बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रचंड जीत की तरफ बढ़ रही है। 91 सीटों पर बीजेपी और 84 सीटों पर जेडीयू आगे हैं। महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है। उसके प्रत्याशी 25 सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस, एआईएमआईएम और हम पांच-पांच सीटों पर आगे चल रही है। प्रचंड आंधी से जहां महागठबंधन खेमे में मायूसी है तो वहीं एनडीए में खुशी की लहर है। पीएम मोदी ने एनडीए के प्रदर्शन को सुशासन और विकास की जीत बताया।
पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'सुशासन की जीत हुई है। विकास की जीत हुई है। जन-कल्याण की भावना की जीत हुई है। सामाजिक न्याय की जीत हुई है। बिहार के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार, जिन्होंने 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें जनता-जनार्दन की सेवा करने और बिहार के लिए नए संकल्प के साथ काम करने की शक्ति प्रदान करेगा।'
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पीएम मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा, 'आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।'
विकसित बिहार पर विश्वास रखने वालों की जीत: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीए की जीत को हर बिहारवासी की जीत बताई। उन्होंने लिखा, यह 'विकसित बिहार' में विश्वास रखने वाले हर बिहारवासी की जीत है। जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले किसी भी भेष में आएं, उन्हें लूटने का मौका नहीं मिलेगा। जनता अब सिर्फ और सिर्फ ‘Politics of performance’ के आधार पर जनादेश देती है।
उन्होंने आगे कहा, नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार व एनडीए के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं। साथ ही अपने अथक परिश्रम से इस परिणाम को चरितार्थ करने वाले बूथ से प्रदेश स्तर तक के बिहार बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं का अभिवादन करता हूं। मैं बिहार की जनता और विशेषकर हमारी माताओं-बहनों को आश्वस्त करता हूं कि जिस आशा और विश्वास के साथ आप ने एनडीए को यह जनादेश दिया है, मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार उससे अधिक समर्पण से उसे पूरा करेगी।'
'मतदाता सूची शुद्धिकरण अनिवार्य'
शाह ने कहा कि बिहारवासियों का एक-एक वोट भारत की सुरक्षा और संसाधनों से खेलने वाले घुसपैठियों और उनके हितैषियों के खिलाफ मोदी सरकार की नीति में विश्वास का प्रतीक है। वोटबैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया है। बिहार की जनता ने पूरे देश का मूड बता दिया है कि मतदाता सूची शुद्धिकरण अनिवार्य है और इसके खिलाफ राजनीति की कोई जगह नहीं है। इसीलिए राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस आज बिहार में आखिरी पायदान पर आ गई है।
जो बिहार में हुआ, वह यूपी में नहीं होने देंगे: अखिलेश
बिहार के चुनाव नतीजों पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विपक्ष की करारी हार को एसआईआर का नतीजा बताया। अखिलेश यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'बिहार में जो खेल SIR ने किया है, वो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, यूपी और बाकी जगह पर अब नहीं हो पाएगा, क्योंकि इस चुनावी साजिश का अब भंडाफोड़ हो चुका है। अब आगे हम ये खेल, इनको नहीं खेलने देंगे। सीसीटीवी की तरह हमारा ‘पीपीटीवी’ मतलब ‘पीडीए प्रहरी’ चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा।
भाजपा दल नहीं छल है।'
माताओं-बहनों को सलाम करता हूं: मुकेश सहनी
वीआईपी के मुखिया और महागठबंधन के डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी ने जनादेश को स्वीकार किया है। उन्होंने एनडीए को जीत की बधाई दी और कहा, 'हमने कभी सोचा भी नहीं था कि वह इस तरह जीत दर्ज करेंगे। हम जल्द ही हार के कारणों का पता लगाएंगे। पहली नजर में तो ऐसा लगता है कि सभी जातियों और धर्मों की महिलाओं ने नीतीश कुमार पर भरोसा किया, क्योंकि यह उनका आखिरी चुनाव था और जीविका दीदी के माध्यम से लोगों तक यह संदेश पहुंचा कि उन्हें 1 लाख 90 हजार रुपये और मिलेंगे।'
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सहनी ने आगे कहा, 'पहले गरीब लोग अपना वोट बेचते थे। रात के अंधेरे में धनी और ताकतवर लोग पैसे बांटकर जनादेश चुरा लेते थे। हमने लोगों को जागरूक किया। अब वह रात में अपना वोट नहीं बेचते, लेकिन अब लोगों ने पैटर्न बदल दिया है। दिन के उजाले में गैर-कानूनी काम कानूनी तरीके से चल रहा है। प्रदेश की जनता का ही पैसा दिया जा रहा है और बताया जा रहा है कि मैं चावल और पैसा दे रहा हूं। उस नाते लोगों ने वोट कर दिया है। लोगों ने बेरोजगारी जैसी हजारों समस्याओं को नहीं देखा और 10,000 रुपये और 1 लाख 90 हज़ार रुपये के लिए वोट किया है। मैं माता-बहनों के फैसले को सलाम करता हूं। हम लोग दोबारा जनता के बीच जाएंगे।'
