देश की राजधानी दिल्ली से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसने एक बार फिर ड्रेस कोड को लेकर बहस छेड़ दी है। दिल्ली के पीतमपुरा स्थित एक रेस्टोरेंट पर आरोप लगा है कि उसने सूट-सलवार और पैंट-टीशर्ट पहने एक कपल को सिर्फ इसलिए अंदर नहीं जाने दिया क्योंकि वे पारंपरिक भारतीय पहनावे में थे। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इसकी आलोचना की। इसके बाद दिल्ली सरकार ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रेस्टोरेंट में भारतीय कपड़ों पर रोक का वीडियो सामने आया है। ये अस्वीकार्य है, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है। अधिकारियों को इस घटना की जांच और तुरंत कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें: 80 साल के बुजुर्ग को 4 महिलाओं ने लूटा, 2 साल में 9 करोड़ की साइबर ठगी
सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो
इस घटना की वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वीडियो को देखने के बाद लोग इसे भारतीय संस्कृति और पहनावे की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे ना मंजूर बता रहे हैं और प्रशासन से रेस्टोरेंट पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस घटना से लोग काफी नाराज हैं। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने इस वीडियो पर संज्ञान लिया है। अधिकारी इस मामले की जांच में जुट गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
वायरल वीडियो के अनुसार, यह घटना 3 अगस्त की है। जब एक कपल डिनर के लिए पीतमपुरा के एक रेस्टोरेंट में गया था। कपल का आरोप है कि उन्हें सिर्फ इसलिए एंट्री नहीं दी गई क्योंकि उन्होंने पारंपरिक भारतीय कपड़े महिला ने सूट-सलवार और पुरुष ने पैंट-टीशर्ट पहना हुआ था। वीडियो में कपल यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि रेस्टोरेंट स्टाफ ने उनसे स्पष्ट रूप से कह दिया कि एथनिक ड्रेस में एंट्री की अनुमति नहीं है और केवल शॉर्ट ड्रेस या वेस्टर्न कपड़े पहनने वालों को ही अंदर जाने दिया जा रहा है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कपल रेस्टोरेंट के बाहर खड़ा है। रेस्टोरेंट स्टाफ उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है। वीडियो में वह स्टाफ से पूछ रहे हैं कि उन्हें अंदर जाने की अनुमति क्यों नहीं है। रेस्टोरेंट स्टाफ कोई कारण उन्हें नहीं दे पा रहा था लेकिन उनका दावा है कि जिन लोगों ने वेसटर्न कपड़े पहने थे उन्हें अंदर जाने दिया जा रहा है। एक व्यक्ति कह रहा है कि क्या तुम लोग देश की राष्ट्रपति और दिल्ली की मुख्यमंत्री को भी अंदर नहीं जाने दोगे। वह भी भारतीय कपड़े ही पहनती हैं।
यह भी पढ़ें: बिहार दौरे में मिथिलांचल के वोटरों को साध गए शाह, तेजस्वी से पूछा सवाल
रेस्टोरेंट के मालिक ने मांगी माफी
इस घटना पर जब सरकार ने संज्ञान लिया तो रेस्टोरेंट के मालिक ने अपनी गलती मानी और माफी मांगी। दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, 'भारतीय परिधान हमारे गर्व और संस्कृति की पहचान हैं। दिल्ली में टूबाटा रेस्टोरेंट द्वारा भारतीय परिधान पहने दंपत्ति को प्रवेश से रोकना न सिर्फ अस्वीकार्य है, बल्कि हमारे संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है। हमारी सरकार में, ऐसे भेदभाव पर तुरंत कार्रवाई होती है। यही कारण है कि कुछ ही घंटों में माफी भी आई। यह नई दिल्ली है। जहां हर भारतीय का सम्मान सुरक्षित है।'
दिल्ली में पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली में इस तरह का मामला सामने आया है। दिल्ली में भारतीय कपड़े पहनकर क्लब या रेस्टोरेंट में एंट्री न देने का मामला सितंबर 2021 में सामने आया था, जब एक रेस्टोरेंट ने एक महिला को साड़ी पहनने के कारण एंट्री से रोक दिया गया था। महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें रेस्टोरेंट स्टाफ यह कहते हुए सुना गया कि हम सिर्फ स्मार्ट कैज़ुअल्स की अनुमति देते हैं और साड़ी उसमें नहीं आती।
यह भी पढ़ें: 80 साल के बुजुर्ग को 4 महिलाओं ने लूटा, 2 साल में 9 करोड़ की साइबर ठगी
यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था और उस समय लोगों ने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाकर इस तरह की मानसिकता वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि भारत के लोग पश्चमी संस्कृति से इतने प्रभावित हो चुके हैं कि वह भारतीय पहनावे का ही विरोध करने लगे हैं।
