बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म हो चुका है। इस बार बिहार के लोगों ने जमकर मतदान किया है। मतदान के बाद आए एग्जिट पोल्स इशारा कर रहे हैं कि मौजूदा समय में बिहार की सत्ता पर काबिज नेशनल डेमोक्रैटिक अलायंस (NDA) एक बार फिर से सत्ता पर काबिज होगा। इस बार विपक्षी महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि उन्हें जो फीडबैक मिल रहा है वह 1995 के चुनाव से भी बेहतर है। उन्होंने दावा किया है कि कहीं 'इफ ऐंड बट' की गुंजाइश नहीं है और 18 तारीख को शपथ ग्रहण होगा।
दोनों चरण के मतदान के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है, 'चुनाव का मतदान खत्म हो चुका है। 2 चरण में यह चुनाव हुआ। हम सबसे पहले महागठबंधन के सारे नेताओं को, सारे कार्यकर्ताओं को और बिहार की सारी जनता को दिल से धन्यवाद देना चाहते हैं कि इस लोकतंत्र के पर्व में जनता ने बढ़-चढ़कर ऐतिहासिक और रिकॉर्ड मतदान किया है। चुनाव खत्म होने के बाद हम लोगों ने जो फीडबैक लिया, जो सूचना हमें मिली। बेहद पॉजिटिव सूचना हमें मिली है। पहले इस तरह का फीडबैक नहीं आता था, जो फीडबैक इस बार आया है।'
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'1995 से बेहतर फीडबैक है...'
उन्होंने आगे कहा, 'आप कह सकते हैं कि 1995 के चुनाव का जो फीडबैक था, उससे भी बेहतर फीडबैक हमें इस बार मिला है। सभी लोगों ने भारी मतदान करके सरकार के खिलाफ वोट किया है। इस बार बदलाव होने जा रहा है। कहीं 'इफ ऐंड बट' की गुंजाइश भी नहीं रह गई है।'
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एग्जिट पोल्स पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमने पहले भी कहा था कि 14 तारीख को रिजल्ट होगा और 18 तारीख को शपथ ग्रहण होगा। यह निश्चित तौर पर होने जा रहा है। जो फीडबैक हम लोगों को मिल रहे हैं, बीजेपी और एनडीए के पसीने छूट रहे हैं। लोग बेचैन हैं, बौखलाहट में हैं, जिस हिसाब से मतदान हुआ है। कल वोटिंग में लोग बड़ी कतार में खड़े थे। 6 बजे, 7 बजे तक लोग खड़े थे। उधर लोग वोटिंग की लाइन में खड़े थे और इधर एग्जिट पोल आता है। मतलब मतदान खत्म नहीं हुआ और एग्जिट पोल आ गया।'
Exit Polls पर क्या बोले तेजस्वी?
एग्जिट पोल्स के बहाने मीडिया चैनलों को घेरते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, 'जो PMO से तय होकर आता है, जो अमित शाह जी अपने कलम से लिखकर देते हैं, फलना चैनल को, फलना चैनल को, वही बेचारे मीडिया वाले चलाते हैं। 2020 से अगर इस बार की तुलना की जाए तो 72 लाख ज्यादा लोगों ने मतदान किया है। यह बहुत बड़ा आंकड़ा है। अगर इसे 243 विधानसभा में बांटें तो 29 हजार के आसपास वोट बढ़े हैं। यानी ये वोट नीतीश जी को बचाने के लिए नहीं, सरकार बदलने के लिए पड़े हैं। बिहार में सरकार बदलने जा रही है।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम न सर्वे में खुशफहमी में रहते हैं, ना गलतफहमी में रहते हैं। ये सर्वे सिर्फ मनौवैज्ञानिक हैं। जितने अधिकारी चुनाव में लगे हैं, उनके दबाव में ये सर्वे लाए गए हैं। पहले भी आप दिखाते थे कि मुख्यमंत्री का चेहरा बिहार की जनता किसे पसंद करती है और नीतीश जी 16-17 प्रतिशत से ऊपर नहीं उठ पाए। अगर आप देखें तो यह वही गोदी मीडिया है जो पाकिस्तान में इस्लामाबाद, लाहौर, कराची को कब्जा लिए थे। SIR के समय ये लोग घुसपैठियों को घुसा दिए थे।'
तेजस्वी ने आशंका जताई है कि पूरा प्रयास होगा कि काउंटिंग धीमी की जाए। उन्होंने आगे कहा, 'जिला मुख्यालय में दहशत पैदा करेंगे। जहां बम धमाका होगा, वहां कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। जहां घटनाएं होंगी, वहां कुछ नहीं करेंगे लेकिन लोकतंत्र की हत्या के लिए ये लोग बिहार के सभी जिलों में मिलिट्री से फ्लैग मार्च कराएंगे ताकि लोगों के बीच दहशत पैदा कराएंगे। 2020 में भी जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया था लेकिन बेईमानी हुई। इस बार तो हम लोग क्लीन स्वीप कर रहे हैं।'
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