भूटान से लौटते ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली ब्लास्ट में घायल हुए लोगों से अस्पताल में मुलाकात की है। खबरों के मुताबिक दिन में दिल्ली ब्लास्ट को लेकर पीएम मोदी मीटिंग करेंगे। घायलों से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि जिन लोगों ने भी इस घटना को अंजाम दिया है उन्हें इसकी सजा जरूर मिलेगी।
दो दिनों की अपनी भूटान यात्रा के बाद दिल्ली में लैंड करने के साथ ही पीएम मोदी सबसे पहले घायलों से मिलने के लिए पहुंचे। भूटान से भी प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना को अंजाम देने वालों को चेतावनी देते हुए कहा था कि जिन्होंने भी यह किया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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भूटान में उन्होंने कहा, 'आज मैं काफी भारी मन से यहां आया। दिल्ली में कल शाम को जो घटना हुई उसने सभी को काफी दुखी कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों के दुख को समझ सकता हूं। पूरा देश उनके साथ खड़ा है।'
इस बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दो-दो मीटिंग किए और जारी जांच की जानकारी ली। शाह ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि सभी दोषियों का पता लगाया जाए ताकि उन्हें सजा दी जा सके।
12 लोगों की हुई थी मौत
दिल्ली ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे। अभी तक की जांच के दौरान पता चला कि लाल किले के पास मेट्रो के गेट नंबर एक के पास एक आई20 कार में धमाका हुआ था।
धमाका इतना तेज था कि लोगों के दिल दहल गए और घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। कुछ लोगों ने सड़कों पर पड़े हुए लोगों के हाथ और फेफड़े तक देखे। ब्लास्ट के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और लोग समझ नहीं पा रहे थे कि अचानक के क्या हो गया है?
उमर मोहम्मद का आया नाम
मामले में डॉ. उमर मोहम्मद का नाम सामने आ रहा है, जो कथित तौर पर वही ह्युंडई i20 कार चला रहा था, जिसमें ब्लास्ट हुआ था। डॉ. उमर मोहम्मद भी इस ब्लास्ट में मारा गया है या नहीं? इसके लिए उसकी मां का ब्लड सैंपल लिया गया, ताकि डीएनए जांच की जा सके।
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इसके अलावा इस पूरे मामले में फरीदाबाद की 'अल-फलाह यूनिवर्सिटी' भी केंद्र में आ गई है। हाल ही में पुलिस ने 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' का पर्दाफाश करते हुए डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया था। इनके पास से विस्फोटक और हथियार भी बरामद हुए थे। पुलिस का कहना है कि डॉ. उमर मोहम्मद भी डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन से जुड़ा हुआ था।