दिल्ली के लाल किला के पास हुए धमाके की जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसने न सिर्फ राजधानी बल्कि देशभर की खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। इस मामले में गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ाव के खुलासे ने जांच को नया मोड़ दे दिया है। एजेंसियों का दावा है कि शाहीन, जैश की महिला इकाई ‘जमात-उल-मोमिनात’ का हिस्सा थी और उसे भारत में इस संगठन की महिला विंग खड़ी करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
शाहीन का नाम पहले से गिरफ्तार आतंकी डॉ. मुजम्मिल अहमद से पूछताछ में सामने आया, जिसकी निशानदेही पर फरीदाबाद से करीब 2900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। जांच में खुलासा हुआ है कि शाहीन की स्विफ्ट कार का इस्तेमाल मुजम्मिल आतंकी गतिविधियों में कर रहा था। वहीं शाहीन के पाकिस्तान स्थित हैंडलर से संपर्क और फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है।
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शादी के बाद हुआ तलाक, फिर शुरू किया काम?
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि डॉ. शाहीन पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर से लगातार संपर्क में थी। शाहीन की शादी पहले महाराष्ट्र के जफर हयात से हुई थी लेकिन 2015 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद उन्होंने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम शुरू किया। शाहीन के पिता सईद अहमद अंसारी ने बताया कि जब उन्हें अपनी बेटी की हरकतों का पता चला तो वह पूरी तरह से हैरान रह गए। उनका कहना है कि उन्होंने कभी डॉ. मुजम्मिल का नाम तक नहीं सुना था।
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महिला आतंकियों को तैयार करने की साजिश
जांच एजेंसियों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद अब आईएसआई की नई रणनीति के तहत महिलाओं को भी आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। संगठन के मुखिया मसूद अजहर ने एक पत्र जारी कर ‘जमात-उल-मोमिनात’ की शुरुआत की थी, जिसकी अगुवाई सादिया अजहर को सौंपी गई थी। सादिया, मसूद अजहर के रिश्तेदार यूसुफ अजहर की पत्नी है। यूसुफ इसी साल मई में पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सैन्य कार्रवाई में मारा गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियों को अब महिला आतंकी मॉड्यूल के सक्रिय होने की आशंका है, जिसके चलते घाटी के स्कूलों और कॉलेजों, खासकर निजी संस्थानों पर नजर बढ़ा दी गई है।
भाई डॉक्टर परवेज भी हिरासत में
डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद जांच टीम लखनऊ तक पहुंच गई। मंगलवार को एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मड़ियांव स्थित मुतक्कीपुर गांव और कैसरबाग के खन्धारी बाजार में छापा मारा। पूछताछ के बाद पुलिस ने शाहीन के भाई डॉ. परवेज अंसारी को हिरासत में ले लिया है।
फरीदाबाद में 2900 किलो विस्फोटक बरामद
दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके से कुछ दिन पहले ही फरीदाबाद से करीब 2900 किलो विस्फोटक सामग्री मिली थी। पहले 300 किलो और थोड़ी देर बाद 2563 किलो विस्फोटक बरामद हुआ। यह कार्रवाई पहले से गिरफ्तार आतंकी मुजम्मिल अहमद की निशानदेही पर की गई थी।
जांच में सामने आया कि मुजम्मिल के पास जो स्विफ्ट कार थी, वह डॉ. शाहीन के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसके बाद पुलिस ने शाहीन को भी गिरफ्तार कर लिया।
मुजम्मिल और शाहीन का संबंध
मुजम्मिल की निशानदेही पर पुलिस ने फरीदाबाद के फतेहपुर तागा गांव में एक मकान से 2563 किलो संदिग्ध विस्फोटक बरामद किया। यह घर हाफिज इश्तियाक नाम के मौलाना का था, जो धौज गांव की मस्जिद से जुड़ा है। पुलिस ने हाफिज को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि शाहीन और मुजम्मिल दोनों अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे। मुजम्मिल वहां पिछले साढ़े तीन साल से जनरल फिजिशियन के रूप में काम कर रहा था और यूनिवर्सिटी के अंदर डॉक्टरों के क्वार्टर में रहता था।
गिरफ्तारी से पहले बड़ा खुलासा
मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके क्वार्टर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, वॉकी-टॉकी, 20 टाइमर, 20 बैटरी, घड़ियां और कई केमिकल्स बरामद किए। उसकी स्विफ्ट कार से एक असॉल्ट राइफल, 83 गोलियां, दो मैगजीन, एक पिस्टल और जिंदा कारतूस भी मिले थे।