भारत और चीन दोनों पड़ोसी देश हैं और दोनों के बीच कई बार टकराव देखने को मिला है।
विकास का पैमान मेट्रो नेटवर्क को भी माना जाता है, तो चलिए जानते हैं दोनों देशों के मेट्रो नेटवर्क को।
चीन में कुल 10,000 किलोमीटर तो भारत में 1,036 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क है। चीन का नेटवर्क भारत से लगभग 10 गुना बड़ा है।
मेट्रो नेटवर्क के मामले में चीन दुनिया में नंबर 1 है। जबकि भारत नंबर 3 पर है। दूसरे नंबर पर अमेरिका है।
चीन के 50 से ज्यादा शहर मेट्रो नेटवर्क से कनेक्टेड हैं। वहीं, भारत के सिर्फ 23 शहरों में मेट्रो नेटवर्क हैं।
चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल मेट्रो सिस्टम शंघाई मेट्रो 831 km लंबा है। भारत में सबसे बड़ा नेटवर्क दिल्ली मेट्रो का है , जो करीब 400 किलोमीटर लंबा है।
चीन हर साल 800-1000 किलोमीटर नया मेट्रो जोड़ रहा है। भारत ने पिछले पांच साल में औसतन 80 किलोमीटर नेटवर्क हर साल जोड़ा है।
मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली समेत इस साल भारत में करीब 200 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। वहीं चीन में करीब 1000 किलोमीटर से ज्यादा विस्तार होगा।
चीन और भारत तेजी से मेट्रो नेटवर्क बढ़ा रहे हैं। भारत ने 2030 तक 2,000 किमी नेटवर्क , जबकि चीन ने 15,000 किमी का लक्ष्य रखा है।