ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चल रही एशेज सीरीज का चौथा टेस्ट 2 दिन में ही खत्म हो गया।
बॉक्सिंग-डे के अवसर पर मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले गए इस टेस्ट मैच में सिर्फ 852 गेंद फेंकी गई।
टेस्ट क्रिकेट इतिहास के इस 10वें सबसे छोटे टेस्ट (फेंकी गई गेंदों के हिसाब से) मैच में इंग्लैंड ने 4 विकेट से जीत दर्ज की।
इस एशेज सीरीज के पहला मुकाबला पर्थ में खेला गया था। वह मैच भी 2 दिन ही चल पाया था। पर्थ में 847 गेंदें फेंकी गई थीं।
5 सप्ताह के अंतराल में ही दो टेस्ट मैचों के जल्दी खत्म होने पर लोग क्रिकेट इतिहास के सबसे छोटे टेस्ट मैच के बारे में जानना चाह रहे होंगे। चलिए आपको बताते हैं।
फेंकी गई गेंदों के लिहाज से टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा मैच, जिसका नतीजा निकला है, उसका हिस्सा भारतीय टीम रही है।
वह टेस्ट मैच भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जनवरी 2024 में केपटाउन में खेला गया था, जो 642 गेंद में ही खत्म हो गया था।
भारतीय टीम ने उस मुकाबले में 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। साउथ अफ्रीका ने 79 रन का टारगेट दिया था, जिसे टीम इंडिया ने 12 ओवर में ही 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
केपटाउन टेस्ट के बाद भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान रोहित शर्मा ने ICC को लपेटे में लिया था। रोहित का मानना था कि वर्ल्ड क्रिकेट की गवर्निंग बॉडी पिच रेटिंग में दोहरा मापदंड अपनाती है।