हमेशा मुश्किल और यूनिक पासवर्ड बनाएं, जिसमें अक्षर, संख्या और खास चिन्ह हो।
अपने अकाउंट्स को ज्यादा सुरक्षित रखने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें।
साइबर अपराधी ईमेल, SMS या सोशल मीडिया पर आए संदिग्ध लिंक भेज सकते हैं, इसलिए इससे दूर रहें।
पब्लिक Wi-Fi में कई मालवेयर हो सकते हैं, जिससे आपका डाटा गलत हाथों में पहुंच सकता है। इसलिए इससे दूर रहें।
पुराने सॉफ्टवेयर हैक होने का खतरा ज्यादा होता है, इसलिए मोबाइल, कंप्यूटर और ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
कॉल या सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी साझा न करें। बैंक या कोई एजेंसी कभी ओटीपी नहीं मांगती है।
सबसे पहले यह देखें कि नंबर भारतीय है या नहीं। संदिग्ध कॉल लगने पर सतर्क हो जाएं और कोई जानकारी न दें।
तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या पुलिस को सूचित करें।