दिल्ली में इस समय वायु गुणवत्ता का स्तर खराब से गंभीर की श्रेणी में है
वायु प्रदूषण की वजह से सांस लेने में तकलीफ, छाती में भारीपन, कफ, आंखों में जलन, खांसी, गले में खराश आदि परेशानियां हो रही है।
प्रदूषण उन लोगों के लिए खतरनाक है जिन्हें पहले से सांस संबंधी बीमारियां हैं या फिर अस्थमा की समस्या।
प्रदूषण आपके फेफड़ों को ही नहीं खराब करता है बल्कि धूल का कण पीएम 2.5 फेफड़ों से खून तक में पहुंच जाता है। इस वजह से हृदय संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
बच्चे बड़ों के मुकाबले ज्यादा तेजी से सांस लेते हैं। उनके अंदर हर मिनट ज्यादा प्रदूषण तत्व जा रहे हैं और अंग भी ज्यादा सेंसिटिविटी होते हैं। इसके अलावा बुजुर्ग व्यक्ति को डायबिटीज, हार्ट डिजीज और फेफड़े संबंधी बीमारियां रहती है।
एन-95 मास्क पहनें। घर से जरूरत होने पर भी बाहर निकलें।
वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए घर में एयर प्यूरिफाइर लगाएं।
डाइट में एंटी ऑक्सीडेंट फल और सब्जियों को शामिल करें। शरीर को हाइड्रेटेड रखें।