पाठ करने से पहले स्नान कर लें और साफ वस्त्र पहनें। मन और शरीर दोनों की पवित्रता जरूरी है।
सुबह सूर्योदय से पहले (ब्राह्म मुहूर्त) या शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान चालीसा पढ़ना श्रेष्ठ माना जाता है।
पाठ करते समय ध्यान भटकने न दें, हर शब्द का सही उच्चारण करें और पूरी श्रद्धा से हनुमान जी का ध्यान करें।
पाठ के लिए ऐसी जगह चुनें जहाँ शांति हो और ध्यान केंद्रित किया जा सके। अगर संभव हो तो दीपक और अगरबत्ती जलाकर वातावरण पवित्र करें।
आप यदि किसी मनोकामना के लिए पाठ कर रहे हैं तो उसे नियमित रूप से (21, 40 या 108 दिनों तक) करें, बीच में न छोड़ें।
हनुमान चालीसा का नियमित पाठ नकारात्मक शक्तियों, डर और बाधाओं से रक्षा करता है।
यह चित्त को शांत करता है, तनाव दूर करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है।
हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का प्रतीक माना जाता है, उनका स्मरण मानसिक और शारीरिक ऊर्जा प्रदान करता है।