ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस एक सांस संबंधी बीमारी है। चीन में ये बीमारी तेजी से फैली है। अब भारत में भी इस बीमारी की एंट्री हो गई है।
भारत में 5 लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं। सबसे पहले बेंगलुरु की 3 महीने की बच्ची इस वायरस से संक्रमित हुई थी।
ये वायरस एक-दूसरे से फैलता है। अगर संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है या आप वायरस से संक्रमित जगह को छूते हैं तो इसकी चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है।
एचएमपीवी वायरस के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं जिसमें सर्दी, जुकाम, बुखार और नाक बहना शामिल है।
एचएमपीवी होने का सबसे ज्यादा खतरा 5 साल से कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग, निमोनिया, सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को हैं।
एचएमपीवी के माइल्ड केस को ठीक होने में हफ्ते भर का समय लगता है। हालांकि गंभीर मामले में आपको ठीक होने में ज्यादा समय भी लग सकता है।
इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। डॉक्टर्स ने सावधानी बरतने की सलाह दी हैं।
अपने हाथों को बार-बार धोएं, संक्रमित मरीज छींकते और खांसते समय मुंह और नाक ढक लें, बार-बार हाथ से मुंह, नाक और आंख को छूने से बचें।
डॉक्टर्स का कहना है कि भीड़ में मास्क लगाकर जाएं। अगर आप संक्रमित हैं तो खुद को आइसोलेट कर लें।