ज्यादातर लोग रात में देर से सोते हैं जिसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
देर से सोने की वजह से शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।
देर से सोने के कारण भूख लगने वाले हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं जिस कारण रात में अक्सर भूख लग जाती हैं। अगर अक्सर आप रात को देर से सोते हैं तो मोटापा बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
देर से सोने की वजह से हार्मोन इंबैलेंस हो जाते हैं जिस वजह से कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ता है। कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन कहते हैं।
रात में देर से सोने पर नींद पूरी नहीं होती है जिस कारण दिनभर थकान महसूस होती है। साथ ही चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं।
पर्याप्त नींद नहीं लेने ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है जिसकी वजह से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता हैष
रात को देर से सोने की वजह से ब्लड प्रेशर पर प्रभाव पड़ता है। इस वजह से हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है।
नींद की कमी के कारण तनाव और एंग्जाइटी का खतरा बढ़ जाता है। नींद और मेंटल हेल्थ के बीच में सीधा संबंध है।
डॉक्टर्स के मुताबिक एडल्ट व्यक्ति को 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।