आमतौर पर प्रेग्रेंट होने का समय 20 से 30 साल के बीच मानी जाती है लेकिन करियर के चलते महिलाएं इस उम्र में मां बनने से परहेज करने लगी हैं। इस वजह से एग फ्रीजिंग का चलन बढ़ रहा है।
यह एक प्रक्रिया है जिसकी मदद से महिलाएं अंडे को फ्रीज करवा सकती है ताकि वे प्रेग्रेंसी की सही उम्र बितने के बाद भी मां बन सकें।
एक महिला में हर महीने अंडे का निर्माण होता है लेकिन हर अंडा प्रेग्नेंसी के लिए बिल्कुल सही हो यह जरूरी नहीं है। जब अंडा स्वस्थ होता है तो डॉक्टर उसे पतली नीडिल से निकाल लेते हैं और सबजीरो टेंपरेचर में फ्रीज कर देते हैं।
महिलाएं अपने अंडे को 10 से 15 साल तक के लिए फ्रीज करवा सकती है।
डॉक्टर के मुताबिक 20 से 30 की उम्र के बीच में एग फ्रीजिंग करवानी चाहिए क्योंकि बाद में फर्टिलिटी कम हो जाती है। हालांकि 30 के बाद भी एग फ्रीजिंग करवा सकते हैं लेकिन उसमें कॉम्प्लिकेशन हो सकता है।
एग फ्रीजिंग का खर्च 1 से 2.5 लाख रुपये तक आ सकता है।
एग फ्रीजिंग के दौरान कई सारे टेस्ट किए जाते हैं। इसके अलावा एग को रखने संभालने का भी खर्च आता है।
एग फ्रीजिंग उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपना करियर बनाना चाहती है। इसके अलावा जिन महिलाओं को जेनेटिक बीमारियां, कैंसर या इंफेक्शन संबंधित बीमारियां हैं उनके लिए एग फ्रीजिंग अच्छा ऑप्शन है।