90 के दशक में हर निर्माता उनके साथ काम करना चाहता था।
मनीषा को इंडस्ट्री के पितृसत्तात्मक सोच से दिक्कत थीं। वह हमेशा से इन चीजों को लेकर बगावत करती थीं।
पहले के समय में आदमी मेकअप मैन होते थे और महिलाएं हेयर ड्रेसर का काम करती थींं। इस चीज को आप बदल नहीं सकते थे।
मनीषा ने महिला मेकअप आर्टिस्ट रखी थी जिसके बाद मुझे यूनियन से नोटिस आया था। इस तरह चीजें बदली।
मनीषा ने कहा, हमेशा हीरो के हिसाब से शॉर्ट लगता, पे गैप था। आपको हीरो से हमेशा बनकर रखना होता था।
अगर हीरो शराब और ड्रिंक करें तो ठीक था। मैं ड्रिंक और स्मोक करने लगी थी। लोगों ने लेबल लगा दिया। मैंने फिर सबके सामने स्मोक करना शुरू कर दिया था।
मनीषा ने कहा, आप बगवात करो लेकिन अपने सेहत को दांव पर मत लगाओ। मुझे ये अकल बहुत बाद में आई थी।
मनीषा ने इंडस्ट्री में सौदागर से डेब्यू किया था। पहली फिल्म से वह रातोंरात स्टार बन गई थीं।
मनीषा ने संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी से वापसी की है।