इजराइल की सेना की खुफिया इकाई, यूनिट 8200, ने माइक्रोसॉफ्ट के Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म का उपयोग करके गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी नागरिकों के लाखों फोन कॉल्स के रिकॉर्ड इकठ्ठा किए हैं।
जासूसी का उपयोग सैन्य अभियानों, जैसे हवाई हमलों की योजना बनाने और लक्ष्य तय करने के लिए किया गया, जिससे मानवाधिकार उल्लंघन की चिंताएं बढ़ीं।
इनमें से कुछ प्रमुख टूलकिट्स और सॉफ्टवेयर नीचे दिए गए हैं, जो विभिन्न स्रोतों और खुलासों के आधार पर सामने आए हैं:
पेगासस इजराइल की कंपनी NSO ग्रुप की बनाई एक स्पाइवेयर है। यह मोबाइल फोन को हैक करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इजराइल की सैन्य खुफिया एजेंसी यूनिट 8200 ने माइक्रोसॉफ्ट की Azure क्लाउड सर्विस का उपयोग गाजा और वेस्ट बैंक में लाखों फिलिस्तीनी फोन कॉल्स को संग्रहीत करने के लिए किया।
इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद और यूनिट 8200 सिग्नल इंटेलिजेंस टूल्स का उपयोग करते हैं, जो फोन कॉल्स, मैसेज, और इंटरनेट ट्रैफिक को इंटरसेप्ट करने में सक्षम हैं।
कॉग्नाइट एक इजराइली कंपनी है, जो डेटा विश्लेषण और निगरानी सॉफ्टवेयर प्रदान करती है। मेटा ने 2021 में आरोप लगाया कि कॉग्नाइट का उपयोग अमेरिका और चीन जैसे देशों में 50,000 लोगों की निगरानी के लिए किया गया।
यह इजराइली कंपनियां मजबूत जासूसी उपकरण बनाती हैं। यह इंटरनेट और फोन नेटवर्क की निगरानी, डेटा इंटरसेप्शन करती है जिससे जासूसी करना आसान हो।
इजराइल ड्रोन से निगरानी और साइबर हथियारों का उपयोग करता है, जो रियल-टाइम इमेजरी और डेटा संग्रह में सक्षम हैं।