अमेरिका में पढ़ रहे सैकड़ों विदेशी छात्रों को देश छोड़ने को कहा गया है।
कई अमेरिकी कंपनियों ने वीजा धारकों की भर्ती पर रोक लगा दिया है।
इमिग्रेशन वकीलों ने भारतीय नागरिकों को देश से बाहर यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
विदेशी छात्रों को इंटरव्यू स्लॉट के लिए लंबा इंतजार करना होगा।
वीजा पाने वाले अतिरिक्त जांच और सिक्योरिटी क्लीयरेंस के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया में फंसे हुए हैं।
वीजा स्टैम्पिंग में देरी, कड़ी सुरक्षा जांच, और हवाई अड्डों पर सेकेंडरी इंस्पेक्शन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग (DOS) ने हाल ही में सैकड़ों विदेशी छात्रों के F-1 वीजा रद्द कर दिए हैं।
कैंपस एक्टिविज्म और सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी पोस्ट शेयर करने के कारण की गई है।
सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी पोस्ट से दूरी बनाने की दी गई सलाह।
अमेरिका से एक साल से ज्यादा समय से बाहर रहे लोगों को रि-एंट्री परमिट दिखाना होगा।