नम हवा पहाड़ से टकराती है और ऊपर की ओर उठती है।
हवा ऊपर की ओर कम दबाव की वजह से उठती है। वहीं बर्फ से टकराव होती है।
नम हवाएं, ऊपर के कम तापमान में पहुंचती हैं, वहां इनके जमने की प्रक्रिया शुरू होती है।
नम हवाएं धीरे-धीरे हवा में जमने लगती हैं।
नम हवा के बर्फ में बदलने की इस प्रक्रिया 'ओरोग्राफिक लिफ्ट' कहते हैं।
सतह से बर्फीली चोटियों के आसपास मंडराते बादल इसके संपर्क में आते हैं और संघनन करने लगते हैं।
तापमान बेहद कम होने की वजह से वहां वे पानी से बर्फ में बदलने लगते हैं।
वायुमंडल में जब हल्की सी गर्मी बढ़ती है, ये धीरे-धीरे करके नीचे गिरने लगते हैं।
एक तर्क यह भी दिया जाता है कि जब आसमान में ये टुकड़े जमा होते हैं तो उन्हें ओजोन लेयर से गर्मी मिलती है।