केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) में नौकरी का इंतजार कर रहे लाखों उम्मीदवारों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। इन दोनों संस्थानों में टीचिंग और नॉन-टीचिंग के कुल 14,967 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए 14 नवंबर से अप्लीकेशन फॉर्म भी शुरू हो चुके हैं और सभी उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट (cbse.gov.in ) पर जाकर अपना फॉर्म भर सकते हैं। इस बार चयन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके कारण उम्मीदवारों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

 

नोटिफिकेशन के मुताबिक इस भर्ती के माध्यम से टीचिंग एवं नॉन टीचिंग की 14967 पोस्ट पर नियुक्तियां की जाएंगी। इसमें से केंद्रीय विद्यालयों में 9126 पदों और नवोदय विद्यालयों में 5841 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसमें प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, पीजीटी, प्राइमरी टीचर और नॉन टीचिंग के पद शामिल हैं। अगर आप भी सरकारी स्कूलों में नौकरी करना चाहते हैं तो इस भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं। हर एक पद के लिए योग्यता अलग-अलग है।

 

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  • टीजीटी: संबंधित विषय में ग्रेजुएशन + BEd + CTET
  • पीजीटी: पोस्ट ग्रेजुएशन + BEd
  •   प्राइमरी टीचर: 12वीं + D.El.Ed/BTC + CTET
  • प्रिंसिपल/वाइस प्रिंसिपल: मास्टर्स + BEd + 9–12 साल का अनुभव
  • नॉन-टीचिंग पद: 10वीं, 12वीं, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन 

क्या है चयन प्रक्रिया?

इस बार चयन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है, जिसके चलते उम्मीदवार कंफ्यूज हैं। आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, इस बार दो टियर परीक्षाएं होंगी यानी दो अलग-अलग परीक्षाएं। इसके साथ ही सिलेक्शन के लिए अंत में इंटरव्यू भी होगा। इसमें इंटरव्यू और टियर-2 की परीक्षा के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट बनेगी। इंटरव्यू 100 नंबरों का होगा। 

  • टियर 2 परीक्षा- 85 प्रतिशत वेटेज
  • इंटरव्यू- 15 प्रतिशत वेटेज 

 

इसके अलावा दो टियर परीक्षाओं के साथ-साथ कुछ पदों के लिए स्किल टेस्ट भी होगा। नोटिफिकेशन के अनुसार, स्टेनोग्राफर, जूनियर असिस्टेंट के पदों के लिए स्किल टेस्ट जरूरी होगा। 

स्किल टेस्ट

 

 

KVS में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर और सीनियर सेक्ट्रिएट असिस्टेंट और NVS में लैब अटेंडेंट और मल्टी टास्किंग स्टाफ की भर्ती में ना तो स्किल टेस्ट होगा और ना ही इंटरव्यू। इन पदों पर टियर-2 परीक्षा के आधार पर ही अंतिम मेरिट लिस्ट बनेगी। 

 

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टियर-1

 

टियर-1 में क्या होगा?

टियर-1 और टियर-2 परीक्षा के बारे में हर उम्मीदवार जानना चाहता है। टियर-1 क्वालिफाइंग परीक्षा होगी यानी इस परीक्षा में क्वालिफाई करना जरूरी होगा लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में इसके नंबर नहीं जोड़े जाएंगे। यह परीक्षा ओएमआर बेस्ड मल्टीपल चॉइस प्रश्न वाला होगा। हर एक प्रश्न के लिए तीन नंबर मिलेंगे और हर गलत जवाब के लिए एक नंबर भी काटा जाएगा। इस टेस्ट के लिए 2 घंटे का समय दिया जाएगा। टियर-1 परीक्षा में  पहले 80 प्रश्न आपको इंग्लिश समेत दो भाषाओं में मिलेंगे। इसके लिए आपको आवेदन फॉर्म में ही दूसरी भाषा का चयन करना होगा और आवेदन फॉर्म जमा होने के बाद कोई बदलाव नहीं कर सकेंगे। 81 से 100 नंबर तक के सवाल इंग्लिश भाषा में ही होंगे। इनमें इंग्लिश भाषा की समझ से जुड़े सवाल ही किए जाएंगे। 

टियर-1 के बाद क्या?

टियर-1 की परीक्षा के बाद मेरिट लिस्ट बनेगी। हर एक पोस्ट के लिए अलग-अलग मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी फिर चाहे परीक्षा एक ही हुई हो। हर पोस्ट के लिए टियर-1 परीक्षा के स्कोर के आधार पर 1 अनुपात 10 में उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। यानी हर एक पोस्ट के लिए 10 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। अगर लास्ट में किन्हीं दो उम्मीदवारों के नंबर एक समान आ जाते हैं तो उन दोनों को ही शॉर्टलिस्ट कर लिया जाएगा। 

 

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टियर-2 परीक्षा

टियर-1 परीक्षा के आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को टियर-2 की परीक्षा देने का मौका मिलेगा। हर पोस्ट के लिए टियर-2 की परीक्षा हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में होगी। हालांकि, पीजीटी और टीजीटी लैंग्वेज के पदों के लिए संबंधित भाषा में ही टेस्ट होगा। टियर-2 में पेन-पेपर बेस्ड परीक्षा भी होगी और ओएमआर बेस्ट सवाल भी पूछे जाएंगे। इसमें 60 प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे और 10 प्रश्न डिसक्रिपटिव होंगे। कुल 100 नंबरो का पेपर होगा। 

टियर-2 परीक्षा पैटर्न