बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित हो गए। इस चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व पर लोगों ने फिर से भरोसा जताया। चुनाव में 243 सीटों पर 4 हजार से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। इसमें NDA और महागठबंधन से लोकसभा में फेल हुए 11 पूर्व सांसद भी मैदान में थे। जानते हैं कि जो 11 सांसद विधानसभा जाने की लड़ाई में खड़े थे उसमें से कितने सफल हो पाए?

 

पूर्व सांसद में जनता दल यूनाइ़टेड (JDU) राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से 4 और बीजेपी के पूर्व सांसद शामिल है। इसमें कई सीटों पर उतरे उम्मीदवार का क्या हुआ?

 

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11 सीटों के उम्मीदवार

दानापुर सीट

 

दानापुर सीट पर पहले चरण में 6 नवंबर को वोट डाले गए थे। यहां RJD से बाहुबली रीतलाल के सामने बीजेपी ने अपने पूर्व सांसद रामकृपाल यादव को उतारा था। इस बार रामकृपाल को कुल 119877 वोट मिले। रामकृपाल 29133 मतों के अंतर से जीत हासिल किए। रीत लाल यादव दूसरे नंबर पर रहे। 

 

मोकामा सीट

 

इस सीट पर JDU से बाहूबली अनंत सिंह मैदान में थे। वहीं RJD ने बाहूबली सूरजभान की पत्नी और पूर्व सांसद वीणा देवी को अपना कैंडिडट बनाया। अनंत सिंह को कुल 91416 वोट मिले जबकि बाहूबली सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को कुल 63210 वोट मिले। अनंत सिंह 28 हजार 206 वोट के अंतर से जीते।

 

समस्तीपुर सीट

 

समस्तीपुर सीट पर JDU ने पूर्व सांसद अश्वमेध देवी को मैदान में उतारा था। RJD से विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन प्रत्याशी थे। पूर्व सांसद अश्वमेध देवी को 95728 वोट मिले। वह 13875 वोटों के अंतर से जीती जबकि अख्तरुल इस्लाम को 81853 वोट मिले।

 

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जहानाबाद सीट

 

इस सीट से JDU ने पूर्व सांसद चंदेश्वर को मैदान में उतारा था। उनके खिलाफ RJD ने राहुल शर्मा को टिकट दिया था। RJD को यहां 86402 मत मिले जबकि चंदेश्वर को 85609 वोट मिले। JDU प्रत्याशी 793 वोट के अंतर से हार गए।

 

काराकाट सीट

 

यह सीट वामपंथियों का गढ़ मानी जाती रही। इस चुनाव में हुआ भी यही। CPI- M (L) ने अरुण सिंह कुशवाहा को चुनाव मैदान में उतारा था जिन्हें कुल 74157 वोट मिले। अरूण ने 2836 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। JDU ने यहां से अपने पूर्व सांसद महाबली सिंह को उतारा था जिन्हें 71321 वोट मिले। 

 

कदवा सीट

 

सीमांचल की कदवा सीट से JDU के पूर्व सांसद दुलालचंद गोस्वामी मैदान में थे। दुलाल चंद को 99274 वोट मिले जो 18368 मतों के अंतर से जीत गए। महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस नेता और मौजूदा विधायक डॉ. शकील अहमद खान उतरे थे जिन्हें 80906 वोट मिले।

 

झाझा सीट

 

झाझा सीट पर RJD ने पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव को मैदान में उतारा था। उनके सामने JDU के दामोदर रावत थे जो 4262 वोट के अंतर से जीत गए। उन्हें कुल 108317 वोट मिले। जयप्रकाश नारायण को 104055 वोट मिले

 

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बिहारीगंज सीट

 

इस सीट पर RJD ने पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री रहीं रेणु कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया जिन्हें कुल 85000 वोट मिले और 31622 मतों के अंतर से हार गई। JDU ने तीन बार जीतते रहे निरंजन कुमार मेहता पर अपना भरोसा जताया और इन्हें कुल 116622 वोट मिले।

 

धमदाहा सीट

 

यहां RJD ने पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा पर भरोसा जताया था जबकि JDU ने मंत्री लेसी सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था। लेसी सिंह को कुल 138750 वोट मिले और वहीं संतोष कुमार को 83591 वोट मिले। दोनों के बीच मतों का अंतर 55159 था।

 

गोपालपुर सीट

 

इस सीट से JDU ने बुलो मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया था। महागठबंधन से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने प्रेम सागर को उम्मीदवार बनाया था। बुलो मंडल को 108630 वोट मिले जो कुल 58135 वोट के अंतर से जीत गए। 

 

सीतामढ़ी सीट

 

बीजेपी ने इस बार अपने पूर्व सांसद सुनील कुमार पिंटू को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा था जिन्हें कुल 104226 वोट मिले और इनकी जीत का अंतर 5562 रहा। दूसरे नंबर पर RJD ने पूर्व विधायक सुनील कुशवाहा रहे जिन्हें कुल 98664 वोट मिले।