बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए मतदान मंगलवार को होने जा रहा है। राज्य में प्रचार अब पूरी तरह से थम गया है। इस चुनाव में कई नामी चेहरों की किस्मत का फैसला वोटर करने वाले हैं। इसमें नीतीश कुमार सरकार के 12 मंत्री, तीन दलों के प्रदेश अध्यक्ष, एक पूर्व डिप्टी सीएम, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष समेत 24 पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान होने जा रहा है। पहले चरण में कुल 121 सीटों पर मतदान हो चुका है।
इस चरण में मौजूदा मंत्रियों में सुपौल से विजेंद्र प्रसाद यादव, झंझारपुर से नीतिश मिश्र, पुलपरास से शीला मंडल, छातापुर से नीरज कुमार सिंह बबलू, हरसिद्धी (रिजर्व) से कृष्णनंदन पासवान समेत कुल 12 मंत्री मैदान में हैं। कई मंत्री तो ऐसे भी हैं जो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उनके लिए राह मुश्किल होने वाली है।
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मैदान में हैं पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी सिकंदरा से और पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर कटिहार से मैदान में हैं। तारकिशोर बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट पहले भी बीजेपी का गढ़ रही है और पूर्व डिप्टी सीएम लगातार चार बार यहां से विधायक रहे हैं। पूर्व मंत्रियों में लोरिया से विनय बिहारी, नौतन से नारायण प्रसाद, नरकटिया से शमीम अहमद, मधुबन से राणा रणधीर सिंह, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू और बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा भी ताल ठोक रहे हैं।
मांझी परिवार की किस्मत का फैसला
इस चुनाव में राज्य के नामी चेहरों, राजनीतिक घरानों के वारिसों की भी परीक्षा है। मांझी परिवार की अग्नि परीक्षा भी इसी चरण में होनी है। जीतन राम मांझी की बहू और संतोष सुमन की पत्नी दीपा कुमारी इमामगंज से चुनाव लड़ रही है। केंद्रीय मंत्री की समधन ज्योति देवी बाराचट्टी से मैदान में हैं। पूर्व सांसद भगवतिया देवी की नातिन और पूर्व विधायक समता देवी की बेटी तनुश्री मांझी भी बाराचट्टी से लड़ रही है।
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बाकी तमाम बड़े चेहरे
परिहार से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता गुप्ता, सासाराम से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेह लता कुशवाहा, नवीनगर से पूर्व सांसद आनंद मोहन-लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद, जहानाबाद से पूर्व सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी और औरंगाबाद से पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह के बेटे त्रिविक्रम सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।
सीमांचल की 24 सीटों का फैसला
सीमांचल में 4 जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज में कुल 24 सीटें हैं। पूर्णिया और कटिहार में 7-7 तो अररिया में छह और किशनगंज में 4 सीटें हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में यहां NDA व महागठबंधन दोनों को ही 50-50 फीसदी सीटें मिली थीं। इस बार दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है।
