इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा से हमास को खत्म करने का एक ही तरीका है कि पूरी तरह से यह क्षेत्र हमास के नियंत्रण में आ जाए। फ्रांस, यूके और कई यूरोपीय देशों ने एक सुर में इजरायल की आलोचना की है लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू अपनी जिद पर अड़े हैं। वह गाजा से पूरी तरह हमास को खत्म करना चाहते हैं। एक तरफ अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र संघ की तरफ से इजरायल पर संघर्ष विराम समझौते के लिए दबाव बढ़ रहा है, बेंजामिन नेतन्याहू ने अपना पक्ष रखने के लिए रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया। उन्होंने कहा कि हम गाजा में रहना नहीं चाहते हैं लेकिन यह चाहते हैं कि गाजा से हमास मिट जाए। 

बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल के पास हमास को खत्म करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने बताया कि गाजा का 70-75 फीसदी हिस्सा हिस्सा इजरायल के सैन्य नियंत्रण में है, लेकिन गाजा सिटी और सेंट्रल कैंप्स में हमास के दो गढ़ बाकी हैं। शुक्रवार को इजरायल की वार कैबिनेट ने इन गढ़ों को ध्वस्त करने का आदेश दिया। इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जंग खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक संस्थाओं को भरोसा दिया है कि गाजा में नागरिकों को सुरक्षित इलाकों में भोजन, सुरक्षा और चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। 

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5 मुद्दे जिनके हल होते रुक जाएगी इजरायल-हमास की जंग 

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दुनिया के सामने शर्त रखी है कि सिर्फ इन 5 मुद्दों के हल होने से ही वह गाजा में हमास के खिलाफ अपने आक्रमण रोक लेंगे। उन्होंने बिना इम मुद्दों के हल हुए इजरायल, संघर्ष विराम समझौते के लिए तैयार नहीं होगा। ये मुद्दे हैं-

  1. हमास के लड़ाके अपने सारे हथियार छोड़ दें 
  2. सभी बंधकों को हमास रिहा कर दे
  3. गाजा पट्टी से सेनाएं हटा ली जाएं
  4. इजरायल का गाजा पर पूरी तरह से नियंत्रण हो
  5. गाजा में एक वैकल्पिक नागरिक प्रशासन बने, जो फिलिस्तीनी नियंत्रण से मुक्त हो


इजरायली डिफेंस फोर्स के साथ बेंजामिन नेतन्याहू। (Photo Credit: PMO, Israel)


बंधकों को जिंदा बचाना इजरायल का मकसद

बेंजामिन नेतन्याहू, प्रधानमंत्री, इजरायल:-
अगर इजरायल हमास के सामने घुटने टेक दे तो सभी बंधकों को वापस लाया जा सकता है लेकिन इससे हमास फिर से मजबूत हो जाएगा। गाजा में एक नई अस्थायी प्रशासनिक व्यवस्था के लिए कई चेहरों पर विचार हो रहा है। इजरायल का गाजा में रुकने का कोई इरादा नहीं है लेकिन हमारा मकसद है कि हमास वहां न रहे।

इजरायल के खिलाफ हो गए पश्चिमी देश

यूके, डेनमार्क, फ्रांस, ग्रीस और स्लोवेनिया ने इजरायल के गाजा में सैन्य अभियान बढ़ाने के फैसले की निंदा की है। इन देशों ने कहा कि यह योजना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन कर सकती है। उन्होंने इजरायल से इस फैसले को वापस लेने और बंधकों की तुरंत रिहाई की मांग की है। इन देशों ने कहा है कि गाजा में पीड़ित आबादी तक मानवीय सहायता की पहुंच न रोकी जाए। इजरायल का कहना है कि ऐसा कोई प्रतिबंध इजरायली सेना ने नहीं लगाया है। 

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बेंजामिन नेतन्याहू:-
अगर इजरायल की भुखमरी नीति होती तो दो साल के युद्ध में गाजा में कोई जिंदा नहीं बचता।

हमास के साथ खड़ी हो गई दुनिया, नेतन्याहू का आरोप

बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि दुनिया हमास के साथ खड़ी हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया हमास के खिलाफ प्रचार को बढ़ावा दे रहा है। गाजा में दिख रहे कुपोषित बच्चों की तस्वीरों को बेंजामिन नेतन्याहू ने फर्जी बताया है।

मलबे में तब्दील हो चुकी हैं गाजा की गगनचुंबी इमारतें। (Photo Credit: Social Media)

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बेंजामिन नेतन्याहू:-
न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक बीमार बच्चे की तस्वीर छापी, जिसका परिवार स्वस्थ है। गाजा में भुखमरी की खबरें झूठी हैं। हमेशा से यहूदियों के खिलाफ झूठ फैलाया गया है।


गाजा में भुखमरी पर क्या कहती है पश्चिमी मीडिया?

BBC ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि गाजा में भुखमरी के पुख्ता सबूत हैं, कम से कम 100 बच्चों की जान भुखमरी और कुपोषण की वजह से चली गई है।