लाल किला बम विस्फोट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। धमाके को अंजाम देने से पहले डॉ. मोहम्मद उमर उन नबी हरियाणा के नूंह गया था। जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है कि उसने यहां कई मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी किया। जब फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. मुजम्मिल शकील गनई को पकड़ा गया तो उसने विश्वविद्यालय छोड़ दिया था। वह धमाके से एक दिन पहले तक नूंह में रुका।
बता दें कि डॉ. मुजम्मिल शकील गनई डॉ. मोहम्मद उमर उन नबी का सहयोगी था। बम धमाके के छह दिन बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन के दो गेटों को खोल दिया गया है। यह जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने साझा की।
पुलिस का कहना है कि उमर नूंह में एक किराये के कमरे में ठहरा था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 30 अक्टूबर को उमर अल-फलाह यूनिवर्सिटी की नर्सिंग स्टाफ सदस्य शोबा खान की सहायता से नूंह पहु्ंचा था। यहां शोबा खान ने 2000 रुपये महीने के किराये पर अपनी भाभी अफसाना के घर पर कमरा दिलाया। उमर ने कुल छह हजार रुपये का भुगतान किया था। इसमें 2000 रुपये किराये और 4000 रुपये सिक्योरिटी के शामिल थे।
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'11 दिनों तक एक ही कपड़े पहने, किसी से बात तक नहीं की'
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में अफसानी खान की बेटी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया, टउमर दिन में कमरे से बाहर नहीं निकलता था। वह केवल रात में ही बाहर जाता था। उसके पास दो मोबाइल फोन थे। अंधेरा होने पर वह सड़क किनारे दुकानों पर खाना खाने जाता था। 11 दिनों तक एक ही कपड़े पहने रहा और किसी से कोई बात नहीं करता था।'
अफसाना खान की बेटी ने खुलासा किया, 'वह 9 नवंबर की रात कमरे से चला गया था। कमरे से बदबू आ रही थी। हम डर गए थे। कुछ समय बाद बम धमाके की खबर सुनी। पुलिस हमारे घर आई। चाचा और मां को अपने साथ ले गई।'
दिल्ली बम धमाके से करीब 11 दिन पहले का एक सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है। इसमें उमर एक मोबाइल की दुकान में अपना फोन मरम्मत करवाने पहुंचा है। उसके पास दो मोबाइल फोन थे। वहीं धमाके में इस्तेमाल की गई आई 20 कार की फोरेंसिक जांच में कोई मोबाइल फोन का संकेत नहीं मिल है। सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि उसने मोबाइल फोन को पहले ही फेंक दिया था।
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असम में 21 लोगों को पकड़ा गया
दिल्ली बम धमाके पर खुशी जाहिर करने वाले 21 लोगों को असम में गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि आतंकवादियों का ऑनलाइन समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। असम पुलिस ने कामरूप और बोंगाईगांव से तीन-तीन, चिरांग, लखीमपुर और बारपेटा से दो-दो, दरांग, गोलपाड़ा, नलबाड़ी, हैलाकांडी, होजाई, दक्षिण सलमारा, कोकराझार, बजाली और धुबरी से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
10 नवंबर की शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के करीब एक ट्रैफिक सिग्नल पर धीमी गति से आई 20 कार पहुंची। कुछ समय बाद ही इसी कार में भीषण धमाका हुआ। इसमें 12 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हैं। दिल्ली पुलिस समेत कई एजेंसियों ने घटना की जांच की तो बम धमाके का खुलासा हुआ। केंद्र सरकार ने भी इस धमाके को आतंकवादी घटना मान लिया है।
