दिल्ली बम धमाके के गुनहगार डॉ. उमर नबी के एक वायरल वीडियो पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। वायरल वीडियो में आतंकी उमर आत्मघाती हमले को जायज बताते नजर आ रहा है। बीजेपी ने इस वीडियो को लेकर कांग्रेस और उसके सहयोगियों दलों को घेरा है। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष की वजह से लोग उमर, आत्मघाती बना है। 

बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा,'उमर का आत्मघाती हमले का समर्थन करना कोई संयोग नहीं है। यह राहुल गांधी की कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की खतरनाक वोटबैंक की राजनीति का नतीजा है।'

यह भी पढ़ें: पहले छापा, फिर गिरफ्तारी; अल-फलाह ट्रस्ट के चेयरमैन को ED ने क्यों अरेस्ट किया?

राजीव चंद्रशेखर ने क्या कहा है?

चंद्रशेखर ने केरल का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी), सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठों के गठजोड़ ने मुस्लिम युवाओं के कट्टरपंथी बनने की जमीन तैयार की है। राजीव चंद्रशेखर ने कहा, 'केरल में हमास जैसी विचारधारा का प्रचार हो रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और राहुल गांधी आंखें मूंदे बैठे हैं। यह सेक्युलरिज्म नहीं, वोट की भूख है।'

कांग्रेस ने किया पलटवार

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जांच पूरी होने तक राजनीति नहीं करनी चाहिए। जांच चल रही है, अभी बयानबाजी करना गलत है। 

यह भी पढ़ें: लाल किला: ब्लास्ट से 7 घंटे पहले 12वीं के छात्र की वह पोस्ट, जो अब हो रही वायरल

 

 

वीडियो में क्या कह रहा है डॉ. नबी?

डॉ. उमर नबी का यह वीडियो कई महीने पुराना है। उमर ने सितंबर-अक्टूबर में पुलवामा में रह रहे अपने भाई जहूर इलाही को एक फोन दिया था और कहा था कि अगर मेरे बारे में कोई खबर आए तो इसे फेंक देना या तोड़ देना। उसे पुराने फोन से ही रिकवर किया गया है।  

'सुसाइड बॉम्बिंग को गलत समझा जाता है। इसके बारे में गलतफहमी फैलाई गई है। शहादत मिशन है, जिसमें शख्स तय करता है कि मौत खास जगह और खास वक्त में होगी। कोई और यह नहीं जान सकता है कि उसकी मौत कहां और कब होगी, मौत तभी होगी, जब किस्मत में होगी। मौत से डरने की जरूरत नहीं है।'

कहां से रिकवर हुई क्लिप?

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह क्लिप पुलवामा में उसके घर पास एक खराब मोबाइल फोन से निकाली गई थी। नबी ने सितंबर-अक्टूबर में एक विजिट के दौरान यह फोन अपने भाई, जहूर इलाही को दिया था। उससे कहा था कि अगर उसे कभी उसके बारे में कोई खबर मिले तो वह इसे फेंक दे।

यह भी पढ़ें: ट्रैफिक के बीच कार में धमाका, उड़ गए परखच्चे; ब्लास्ट का सबसे खतरनाक वीडियो

जहूर इलाकी ने उसे इस डिवाइस के बारे में बताया है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट वीडियो और दूसरा डेटा निकाल रहे हैं। किसी भी एजेंसी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। इस नेटवर्क से जुड़े दूसरे सदस्यों से जांच एजेंसिया वीडियो की पुष्टि करा रहीं हैं।

जांच कहां तक पहुंची?

अल फलाह यूनिवर्सिटी में चल रहीं गतिविधियां शक के दायरे में हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पहले ही यह पता लगा चुकी है कि फरीदाबाद के अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर नबी ने गाड़ी से सुसाइड बॉम्बिंग की थी। उसकी पहचान उसकी मां से मिले DNA सैंपल से कन्फर्म हुई थी। कन्फर्मेशन के बाद उसके दो भाइयों और मां को हिरासत में लिया गया।

अब तक तीन डॉक्टरों - डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. शाहीन शाहिद और डॉ. आदिल को गिरफ्तार किया गया है। आदिल का भाई डॉ. मुजफ्फर, अफगानिस्तान में हो सकता है। NIA को डॉ. निसार उल-हसन की तलाश है।