बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 10 नवंबर को हरियाणा के पृथला से शुरू हुई है। 10 नवंबर को यह यात्रा पलवल गवर्नमेंट हाई स्कूल पर पहुंचेगी। 'जय श्रीराम' के नारों और भगवा पताकाओं से सजे मार्गों पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। करीब 19 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा यह यात्रा पलवल के गवर्नमेंट हाईस्कूल में रुकेगी। प्रशासन ने यात्रा के रूट पर सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।
धीरेंद्र शास्त्री की यह पदयात्रा 7 नवंबर को छतरपुर के कात्यायनी शक्ति पीठ से शुरू हुई थी और 16 नवंबर को वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में संपन्न होगी। लगभग 150 से 170 किलोमीटर लंबे इस सफर में करीब दो लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
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यात्रा का अंतिम पड़ाव
यह पदयात्रा 7 नवंबर को छतरपुर के कात्यायनी शक्ति पीठ से शुरू हुई थी और इसका समापन वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में होगा। पूरे देश से हजारों श्रद्धालु इसमें शामिल हो रहे हैं। धार्मिक और सामाजिक जगत की कई जानी-मानी हस्तियां भी इस यात्रा का हिस्सा बनी हैं। धार्मिक जगत से आयोध्या में स्थित हनुमान गढ़ी के पीठाधीश्वर राजू दास, अनिरुद्धाचार्य और कई अन्य लोग अबतक इस यात्रा में शामिल हो चुके हैं। भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन भी इस यात्रा का हिस्सा बने हैं। वहीं, राजनीतिक जगत से दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस यात्रा में शामिल हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रवेश और यात्रा की अवधि
यह पदयात्रा कई शहरों और गांवों से होकर 13 नवंबर को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी और 16 नवंबर तक चलेगी। करीब 150 से 170 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में लगभग दो लाख भक्तों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
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बाबा बागेश्वर के सात संकल्प
बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने इस पदयात्रा के दौरान सात प्रमुख संकल्प लिए हैं।
- यमुना की शुद्धि, ताकि उसका जल निर्मल बहे और बांके बिहारी जी स्नान कर सकें।
- ब्रज धाम की सुरक्षा, जिससे उसका स्वरूप और रज सुरक्षित रह सके।
- सामाजिक समरसता की स्थापना।
- भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।
- तलवारों से नहीं, विचारों से क्रांति।
- लव जिहाद पर पूर्ण विराम।
- गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा और गो-अभ्यारण्य की स्थापना।
यात्रा का आगे का कार्यक्रम
9 नवंबर: बल्लभगढ़ मंडी → सीकरी (डॉ. एच.एन. अग्रवाल धर्मशाला, ध्रुव गार्डन)
10 नवंबर: पृथला (बाघोंला अडानी पेट्रोल पंप) → पलवल गवर्नमेंट हाई स्कूल
11 नवंबर: पलवल शुगर मिल → मीठा गांव (प्रधान जी की भूमि)
12 नवंबर: होडल मंडी → वनचारी (JBM)
13 नवंबर: कोट-1 बॉर्डर (सेल्स टैक्स) → कोसी मंडी
14 नवंबर: वेकमेट इंडिया कंपनी → गुप्ता टेंट एंड छाता बिलौठी
15 नवंबर: यादव हरियाणा ढाबा → जैत का राधा गोविंद मंदिर
16 नवंबर: छठीकरा के चार धाम → वृंदावन श्री बांके बिहारी मंदिर
