जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़े एक बड़े मामले में राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने शनिवार को श्रीनगर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 'व्हाइट कॉलर' आतंक मॉड्यूल से जुड़ी हुई है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में हुए धमाके की जांच तेज हो गई है। इसके तहत पुलिस और जांच एजेंसियां अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और मीडिया ऑफिसों में लगातार छापेमारी कर रही हैं। जांचकर्ता यह पता लगा रहे हैं कि क्या डॉक्टर, चिकित्सा कर्मचारी और कुछ फरार आतंकियों के बीच कोई गठजोड़ था।

 

इस महीने की शुरुआत में दक्षिण कश्मीर से एक 'व्हाइट कॉलर' आतंक मॉड्यूल का पता चला था। उसमें से AK-47 राइफल, गोला-बारूद और करीब 300 किलो विस्फोटक बरामद हुए थे। इसी मामले की वजह से अब पूरे राज्य में अस्पतालों के लॉकर और स्टोर रूम की सघन जांच हो रही है।

 

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लॉकर खोलकर किया चेक

श्रीनगर और अनंतनाग के सरकारी व निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य केंद्रों में पुलिस और डॉक्टरों की टीम ने हर लॉकर खोलकर चेक किया। डॉक्टरों और स्टाफ को सख्त हिदायत दी गई है कि लॉकर का इस्तेमाल सिर्फ सरकारी सामान के लिए ही करें। अब ये जांच हर अस्पताल में नियमित रूप से होती रहेंगी।

 

इसकी बड़ी वजह यह है कि इस महीने अनंतनाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में डॉ. अदील राथर के लॉकर से AK-47 राइफल बरामद हुई थी। इसी से पूरा आतंकी नेटवर्क खुलकर सामने आया, जिसमें कई डॉक्टर शामिल पाए गए। गुरुवार को फिर GMC अनंतनाग में छापा मारा गया। वहां कई लॉकर बिना नाम के मिले। उन्हें खाली करवाया गया और रिकॉर्ड अपडेट करने के आदेश दिए गए।

कश्मीर टाइम्स के ऑफिस पर भी छापा

इसी बीच जांच एजेंसी ने जम्मू में प्रसिद्ध अखबार 'कश्मीर टाइम्स' के हेड ऑफिस और उसके मालिक प्रबोध जामवाल के घर पर छापा मारा। वहां से रिवॉल्वर, AK सीरीज के खाली खोल, जिंदा कारतूस, इस्तेमाल हुए गोले, ग्रेनेड के सेफ्टी लीवर और पिस्तौल की गोलियां बरामद हुईं। एजेंसी का कहना है कि अखबार पर देश विरोधी सामग्री छापने और अलगाववादी विचार फैलाने का आरोप है। सभी बरामद चीजों की फॉरेंसिक जांच होगी।

 

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दिल्ली के लाल किले के पास कार बम धमाके के मामले में भी नया मोड़ आया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरार आतंकी मिर्जा शादाब बेग से कनेक्शन जोड़ा है। शादाब 2008 के राजस्थान-गुजरात बम धमाकों में वांटेड है। वह अल फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़ा था। उसी यूनिवर्सिटी का एक प्रोफेसर दिल्ली धमाके में 'सुसाइड बॉम्बर' निकला था। अब कई एजेंसियां उस यूनिवर्सिटी के नेटवर्क की जांच कर रही हैं। यूनिवर्सिटी पर पहले से ही पैसे की गड़बड़ी और जाली दस्तावेजों के मामले चल रहे हैं। इस हफ्ते ED ने भी वहां छापे मारे थे।