संसद के शीतकालीन सत्र अगले महीने शुरू हो जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद के शीतकालीन सत्र का टाइमटेबल जारी कर दिया है। संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू होगा। यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा।


संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने X पर पोस्ट कर बताया, 'राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 1 दिसंबस 2025 से 19 दिसंबर 2025 तक संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।'

 

 

संसद का शीतकालीन सत्र भी धमाकेदार होने की उम्मीद है। कथित वोट चोरी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। संसद के सत्र में इस पर हंगामा होने के आसार हैं।

 

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हंगामे की भेंट चढ़ गया था मॉनसून सत्र

संसद का मॉनसून सत्र पूरी तरह से हंगामे की भेंट चढ़ गया था। लोकसभा में 31% और राज्यसभा में 39% काम ही हो पाया था। मॉनसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चला था। 


संसदीय कार्य मंत्रालय ने बताया था कि लोकसभा में 14 बिल पेश किए गए थे, जिसमें से 12 बिल पास हो गए थे। 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भी लोकसभा में 18 घंटे 41 मिनट चर्चा हुई थी। 21 दिन की कार्यवाही में लोकसभा में 120 घंटे चर्चा होनी थी लेकिन 37 घंटे 7 मिनट ही चर्चा हुई।


वहीं राज्यसभा में 120 घंटे चर्चा होनी थी लेकिन यहां भी 41 घंटे 15 मिनट ही चर्चा हो सकी। यानी कि 78 घंटे और 45 मिनट ऐसे ही बर्बाद हो गए। राज्यसभा में 15 बिल पास हुए। 


बजट सत्र की तुलना में मॉनसून सत्र में आधे से भी कम हो पाया। बजट सत्र के दौरान लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 118% और राज्यसभा की 119% रही थी। मॉनसून सत्र 18वीं लोकसभा का सबसे कम प्रोडक्टिव सेशन रहा है।