लाल किला के बाहर जिस कार में ब्लास्ट हुआ था, उसे डॉ. उमर नबी ही चला रहा था, इसकी पुष्टि हो गई है। फोरेंसिक जांच में यह कंफर्म हो गया है। डीएनए जांच के लिए उमर की मां का सैंपल लिया गया था, जो उससे 100% मैच हो गया है। पुलिस ने इस बात की भी पुष्टि कर दी है कि ह्युंडई i20 कार उमर ही चला रहा था, क्योंकि उसका क्षत-विक्षत शरीर स्टीयरिंग व्हील के पास मिला था।
दिल्ली में लाल किला के बाहर 10 नवंबर की शाम 6:52 मिनट पर धमाका हुआ था। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्र सरकार ने इसे 'आतंकी हमला' माना है। इस बात का तो पहले ही शक था कि इस कार को डॉ. उमर चला रहा था लेकिन अब फोरेंसिक जांच में भी इसकी पुष्टि हो गई है।
पुलिस ने डीएनए जांच के लिए उमर की मां और भाई का सैंपल लिया था। दिल्ली एम्स की फोरेंसिक लैब में इनकी जांच की गई, जहां उनका मिलान LNJP अस्पताल में रखे शवों के अवशेषों से किया गया।
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कैसे पता चला उमर ही था ड्राइवर?
न्यूज एजेंसी ANI को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि धमाके के बाद उमर का पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलरेटर के बीच फंसा हुआ पाया गया था। इससे पता चलता है कि विस्फोट के समय वही कार चला रहा था।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने ANI को बताया कि 'संबंध स्थापित करने के लिए उमर के सैंपल को उसकी मां के डीएनए से मैच किया गया था।'
न्यूज एजेंसी PTI ने भी दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया कि उमर की मां और भाई के सैंपल मंगलवार को लिए गए थे और उन्हें जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया था। सूत्रों ने बताया कि 'डीएनए नतीजों से पुष्टि होती है कि उमर ही वह वाहन चला रहा था।'
ANI से बात करते हुए दिल्ली एम्स में फोरेंसिक मेडिसिन के हेड डॉ. सुधीर गुप्ता ने बताया कि डीएनए प्रोफाइलिंग को संदिग्धों और पीड़ितों की पहचान के लिए एक शक्तिशाली टूल माना जाता है और यह बायोलिजिकल रिलेशनशिप भी स्थापित करता है।
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अब तक क्या-क्या पता चला है?
अब इस बात की पुष्टि हो गई है कि डॉ. उमर ही वह कार चला रहा था, जिसमें धमाका हुआ था। पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल मिलकर 26/11 के मुंबई अटैक जैसे हमले की साजिश रच रहे थे।
जांच में पता चला है कि दोनों ने 2021 में तुर्किये की यात्रा की थी, जहां कथित तौर पर उन्होंने जैश के कमांडरों से मुलाकात की थी। दोनों मिलकर 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर हमला करने की साजिश रची थी। मुजम्मिल ने जनवरी में लाल किला और उसके आसपास रेकी भी की थी।
हालांकि, फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन सईद की गिरफ्तारी से उमर घबरा गया था। माना जा रहा है कि वह कार से विस्फोटक ले जा रहा था और तभी धमाका हो गया।
इस बीच केंद्र सरकार ने लाल किला में हुए धमाके को 'आतंकी हमला' घोषित कर दिया है। फिलहाल, दिल्ली पुलिस और NIA इसकी जांच कर रही है।
