असम के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने शुक्रवार (14 नवंबर) को बिहार विधानसभा का रिजल्ट आने के बाद सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट लिखा, जिससे वह और उनकी पार्टी बीजेपी लोगों के निशाने परगईदरअसल, बिहार में एनडीए को राज्य की 243 सीटों में से 202 पर जीत मिली हैइसमें अकेले बीजेपी के पास 89 सीटें हैंइस जीत के बाद मंत्री अशोक सिंघल ने लिखा, 'बिहार ने गोबी की खेती को मंजूरी दी'। उनके इस पोस्ट पर सवाल उठ रहे हैं

 

अशोक सिंघल की पोस्ट पर उठे विवाद के बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी हैसिंघल की पोस्ट के जवाब में 'एक्स' पर एक यूजर ने थरूर को टैग करके उनसे निंदा करवाने की बात कही। असम के मंत्री को अपनी पोस्ट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कड़ी प्रतिक्रिया मिली है।

 

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यूजर ने थरूर ने क्या कहा?

एक्स पर सैफ पटेल नाम के एक यूजर ने अशोक सिंघल की पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि एक कैबिनेट मंत्री, जो चुनाव में मिली जीत का जश्न मनाने के लिए 116 मुसलमानों के नरसंहार का महिमामंडन कर रहे हैं। इसके बाद यूजर ने शशि थरूर को टैग करके पूछा कि क्या वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुछ प्रभावशाली हिंदू नेताओं से बिहारी मुसलमानों के खिलाफ हुए सबसे बुरे नरसंहारों में से एक के सामान्यीकरण की निंदा करवा सकते हैं।

 

 

 

 

इसके बाद कांग्रेस सांसद ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने असम के मंत्री के गोबी की खेती वाली पोस्ट का अप्रत्यक्ष रूप से जवाब दिया। थरूर ने कहा कि वह सामुदायिक आयोजक नहीं हैं, इसलिए संयुक्त बयान देना उनका काम नहीं है

 

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थरूर का सधा हुआ जवाब

उन्होंने कहा, 'लेकिन समावेशी भारत के एक उत्साही समर्थक और एक गौरवान्वित हिंदू के रूप में, मैं अपनी ओर से और अपने जानने वाले ज्यादातर हिंदुओं की ओर से कह सकता हूं कितो हमारा धर्म औरही हमारा राष्ट्रवाद ऐसे नरसंहारों की मांग करता है, न ही उन्हें उचित ठहराता है या उनका समर्थन करता हैसाथ ही ना ही उनकी सराहना करता है'

गोभी की खेती वाली पोस्ट का क्या मतलब है?

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का कहना है कि यह तस्वीर फूलगोभी दफनाने कांड या लोगैन हत्याकांड से जुड़ी है, जो 1989 में बिहार के भागलपुर में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भागलपुर जिले के गोराडीह प्रखंड के लोगैन गांव में 110 से ज्यादा मुसलमानों की हत्या कर दी गई थी और जहां शवों को दफनाया गया था, वहां फूलगोभी के पौधे बिछा दिए गए थे।