बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज को मिली करारी हार के बाद प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है। अब जन सुराज के नेता बिहार में उन महिलाओं के घर-घर तक पहुंचेंगे, जिन्हें चुनाव के दौरान 10 हजार रुपये की किस्त मिली। जन सुराज ने इसे बिहार नवनिर्माण संकल्प अभियान नाम दिया है। 15 जनवरी के बाद जनसुराज के नेता लोगों के घर-घर पहुंचेंगे। प्रशांत किशोर ने दिल्ली में स्थित अपना मकान छोड़कर अपनी सारी संपत्ति दान करने का ऐलान भी किया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जिन लोगों को लालच देकर 10 हजार रुपये की पहली किस्त दी गई। अब उन लोगों तक पहुंचना जन सुराज की जिम्मेदारी है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इनमें से कोई सरकारी सिस्टम में न उलझे। बिहार नवनिर्माण संकल्प अभियान शुरू किया जाएगा। 15 जनवरी के बाद हम हर घर जाएंगे। सभी लोगों से फॉर्म भरवाएंगे ताकि उन्हें पूरे 2 लाख रुपये मिल सकें।
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घर छोड़कर मैं अपना सबकुछ दान करूंगा: पीके
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि अगले पांच साल मैं जो भी कमाऊंगा, उसका कम से कम 90 फीसद जन सुराज की इस पहल को दान करूंगा। दिल्ली में अपने परिवार के लिए एक घर को छोड़कर मैंने पिछले 20 वर्षों में जो भी कमाया है, वह अपनी सारी संपत्ति इस पहल को दान कर रहा हूं। यह पहल पैसे की कमी से नहीं रुकेगी। मैं बिहार के लोगों से भी अपील करता हूं कि वे जन सुराज को कम से कम 1,000 रुपये दान करें।
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चुनाव में कैसा रहा जन सुराज का प्रदर्शन?
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी ने 238 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से 236 प्रत्याशियों को अपनी जमानत राशि तक गंवानी पड़ी। जन सुराज के इकलौते प्रत्याशी मढ़ौरा विधानसभा से नवीन कुमार सिंह दूसरे स्थान पर रहे। खास बात यह है कि 68 विधानसभा क्षेत्रों में नोटा को जन सुराज से अधिक वोट मिले। प्रशांत किशोर की पार्टी को 201 विधानसभा सीटों पर 10 हजार से भी कम मत मिले। 37 सीटों पर मतों का आंकड़ा 10 हजार से अधिक रहा। पार्टी को 131 सीटों पर तीसरे, 72 पर चौथे, 23 पर पांचवें और आठ सीट पर छठे पायदान से संतोष करना पड़ा। पूरे बिहार में जन सुराज को सिर्फ 3.44 फीसद वोट ही मिले।
