काहिरा में चल रही विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में भारत के युवा निशानेबाज सम्राट राणा ने इतिहास रच दिया है। मात्र 20 साल के सम्राट ने अपने पहले ही सीनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। हरियाणा के करनाल के रहने वाले इस युवा निशानेबाज ने चीन के स्टार शूटर हू काई को बेहद रोमांचक मुकाबले में 0.4 अंकों से मात दी, जबकि भारत के वरुण तोमर ने कांस्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया।

 

राणा ने आखिरी शॉट पर 10.6 अंक का निशाना लगाकर जीत पक्की की, जबकि हू काई ने 10.8 का स्कोर किया लेकिन पूरे अंकों की गिनती के बाद हू काई पीछे रह गए। राणा का स्कोर 243.7 और हू काई का 243.3 अंक रहा। इस प्रदर्शन के साथ राणा ने न केवल गोल्ड जीता बल्कि चीन के उस निशानेबाज को भी पराजित किया जिसने इस साल अब तक हर प्रतियोगिता में जीत दर्ज की थी।

 

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जीत के बाद राणा ने क्या कहा ?

जीत के बाद सम्राट राणा भावुक हो गए थे, उन्होंने जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है। मैंने यहां काहिरा में 2022 की जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी दो पदक जीते थे। यहां का माहौल मुझे बहुत पसंद है। मैं बस अपनी तकनीक पर ध्यान दे रहा था।'

 

हू काई इस सीजन के सबसे सफल खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 2025 में सभी चार ISSF वर्ल्ड कप जीतकर रिकॉर्ड बनाया था और एशियन चैंपियनशिप का खिताब भी जीता था। ऐसे में राणा का पहले ही प्रयास में उन्हें हराना सभी के लिए चौंकाने वाला रहा।

 

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कब शुरू हुआ राणा का सीनियर इंटरनेशनल निशानेबाजी का सफर

सम्राट राणा का सीनियर इंटरनेशनल सफर इसी साल ISSF वर्ल्ड कप, निंगबो (चीन) से शुरू हुआ था, जहां वह 10वें स्थान पर रहे। इससे पहले उन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 (काहिरा) में मिक्स्ड टीम और टीम इवेंट में गोल्ड जीता था। 2024 में उन्होंने विश्व विश्वविद्यालय शूटिंग चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था।

 

राणा ने शूटिंग की शुरुआत अपने पिता के कहने पर की थी और उनके घर पर एक छोटा शूटिंग रेंज भी बना हुआ है। इस साल ही उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन करके सीनियर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई थी। तीसरी चयन प्रतियोगिता में उन्होंने सौरभ चौधरी को हराया था।

फाइनल में देखने को मिला रोमांचक मुकाबला

काहिरा में भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा। राणा और तोमर दोनों ने क्वालिफिकेशन में शीर्ष दो स्थान हासिल किए, दोनों के 586 अंक थे लेकिन राणा ने 28 इनर 10 के साथ बढ़त ली।

 

फाइनल बेहद रोमांचक रहा। इसमें हू काई, ओलंपिक चैंपियन क्रिश्चियन राइट्ज (जर्मनी), पावलो कोरोस्तिलोव (यूक्रेन) और फेडरिको माल्दिनी (इटली) जैसे खिलाड़ी शामिल थे।

 

शुरुआत में हू ने बढ़त बनाई (51.2 अंक), राणा दूसरे (50.7) और तोमर पांचवें स्थान पर थे। दूसरे राउंड के बाद राणा ने हू को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। बीच में तोमर ने भी लीड ली लेकिन आखिरी पलों में राणा ने वापसी करते हुए इतिहास रच दिया।

मनु भाकर और ऐशा सिंह नहीं हासिल कर पाए गोल्ड मेडल

महिलाओं के वर्ग में मनु भाकर और ऐशा सिंह फाइनल तक पहुंचीं लेकिन पदक से चूक गईं। मनु 13वें शॉट तक आगे थीं लेकिन 8.8 स्कोर ने उन्हें 7वें स्थान पर पहुंचा दिया। ऐशा भी 8.4 की वजह से 6वें स्थान पर रहीं।

लड़कों ने रचा इतिहास

पुरुष वर्ग में टीम इवेंट में भी भारत ने गोल्ड मेडल जीता। राणा, तोमर और श्रवण कुमार ने कुल 1754 अंकों के साथ पहला स्थान पाया। इटली ने सिल्वर और जर्मनी ने ब्रॉन्ज जीता।

महिला टीम ने सिल्वर मेडल जीता, जिससे सोमवार को भारत के खाते में चार पदक जुड़े। कुल मिलाकर भारत ने अब तक 9 पदक (3 स्वर्ण, 3 रजत, 3 कांस्य) जीते हैं और वह तालिका में चीन (6 स्वर्ण, 12 कुल पदक) के बाद दूसरे स्थान पर है।