बिहार में चुनाव परिणाम के बाद नई सरकार का गठन हो गया। राज्य में फिर से एक बार नीतीश कुमार के अगुवाई में सरकार चलेगी। वहीं सीमांचल के पूर्णिया में अमौर विधानसभा सीट पर AIMIM के विधायक ने जीत दर्ज की है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी अमौर पहुंचे जहां उन्होंने लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार की सरकार को सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते लंबे समय से नजरअंदाज किए गए सीमांचल इलाके को उसका हक मिले।

 

AIMIM चीफ की पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीटें जीती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विकास पटना और राजगीर से आगे भी होना चाहिए।

 

यह भी पढ़ें- मुबंई के अंधेरी में जहरीली गैस लीक होने से एक की मौत दो घायल

AIMIM चीफ ने क्या कहा?

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'हम नीतीश कुमार की सरकार को अपना सपोर्ट देने के लिए तैयार हैं, लेकिन सीमांचल इलाके को इंसाफ मिलना चाहिए।' AIMIM चीफ ने आगे कहा, 'कब तक सब कुछ पटना और राजगीर के आस-पास ही रहेगा? सीमांचल, नदी के कटाव, बड़े पैमाने पर माइग्रेशन और भ्रष्टाचार से जूझ रहा है। सरकार को इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।'

 

ओवैसी ने कहा, 'हमारे पांच MLA हफ्ते में दो बार अपने-अपने चुनाव क्षेत्र के ऑफिस में बैठेंगे और मुझे अपनी लाइव WhatsApp लोकेशन के साथ फोटो भेजेंगे। इससे पता चल जाएगा कि वे असल में कहां हैं।'

 

आगे उन्होंने कहा, 'हम यह काम 6 महीने के अंदर शुरू करने की कोशिश करेंगे। मैं भी छह महीने में एक बार आने की कोशिश करूंगा।'

 

यह भी पढ़ें- 'अपराधी को राज्य से बाहर जाना होगा', गृह मंत्रालय मिलने के बाद बोले सम्राट चौधरी

विपक्ष को ओवैसी की सलाह

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद, ओवैसी ने विपक्ष को उनकी चुनावी हार के बाद एक सलाह भी दी। उन्होंने कहा, 'मैं बिहार के लोगों का शुक्रगुजार हूं। खासकर, मैं शुरू से कह रहा हूं कि RJD, BJP को नहीं रोक पाएगी। आप मेरे भाषण देख सकते हैं। मैंने यह कहा था। आज भी, मैं बिहार के उन लोगों से अपील कर रहा हूं जिन्हें 'MY' (मुस्लिम और यादव) कॉम्बिनेशन के बारे में गलतफहमी है।'

सीमांचल का इलाका

बिहार के उत्तर-पूर्वी इलाके में सीमांचल में मुस्लिम आबादी ज्यादा है। यह इलाका राज्य के सबसे कम विकसित इलाकों में से एक गिना जाता है। सीमांचल की 24 सीटों में से बीजेपी गठबंधन ने इस बार 14 पर जीत हासिल की है। पूरे राज्य में गठबंधन के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद, AIMIM ने इस इलाके में अपनी जगह बनाए रखी और 2020 के मुकाबले 5 सीटें जीतीं।