उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' कैंपेन पर हंगामा बढ़ता जा रहा है। बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद अब तक 81 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। शहर में तनाव बना हुआ है। पुलिस ने दशहरा और जुमे की नमाज को देखते हुए फ्लैग मार्च किए हैं। जिले में 4 अक्टूबर तक अतिरिक्त फोर्स तैनात रहेगी, जिसमें 5 पीएसी कमांडेंट और 15 इंस्पेक्टर शामिल हैं।

कांग्रेस के दो बड़े नेता, सहरानपुर सांसद इमरान मसूद और पूर्व सांसद डेनिश अली को हाउस अरेस्ट कर दिया गया। दोनों बरेली जाने की कोशिश कर रहे थे। यहीं 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर को लेकर विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा भड़की थी। सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद और शहनवाज खान बरेली जा रहे थे, पुलिस ने रोक लिया।

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इमरान मसूद, कांग्रेस सांसद:-
मेरा प्लान सिर्फ मीटिंग करके लौटना था, लेकिन पुलिस ने घर से निकलने नहीं दिया। यह राजनीतिक एजेंडा है। लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है। कई बेगुनाहों को परेशान किया जा रहा है। मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले लोग भी फंस रहे हैं।

नेताओं का क्या कहना है?

अमरोहा के पूर्व सांसद दानिश अली ने कहा, 'बरेली को हिंसा की ओर धकेला जा रहा है। मैं लोगों के साथ खड़ा होने जाता, लेकिन यूपी पुलिस ने कायर सरकार के आदेश पर मुझे घर में कैद कर दिया। जितना दबाओगे आवाज को, उतनी तेज गूंजेगी।'

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तौकीर रजा के रिश्तेदारों की गिरफ्तारी हो रही है। (Photo Credit: PTI)

दानिश अली ने कहा है, 'उनके घर के बाहर पुलिस ने गाड़ियां खड़ी कर दी हैं। रिपोर्टर्स से बातचीत में अली ने कहा, 'बरेली का हाल जानबूझकर बिगाड़ा गया। बेगुनाह युवाओं को गिरफ्तार कर रहे हैं, दुकानें सील हो रही हैं। सरकार तानाशाही चला रही है, पुलिस का दुरुपयोग कर लोगों की आजादी और रोजगार छीन रही है।'

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी को साल 2027 में चुनाव की हार का डर है। BJP की 2027 चुनाव की हार का डर है। 

अब तक क्या हुआ है?  

बरेली हिंसा के मास्टरमाइंड कहे जा रहे इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के चीफ मौलाना तौकीर रजा खान पहले ही जेल में हैं। उनके कई साथी और रिश्तेदार गिफ्तार हो गए हैं। मंगलवार को IMC के जिला प्रमुख शम्साद और ताजिम को एनकाउंटर में पकड़ा गया।बुधवार को दो और आरोपी इदरीस और इकबाल को सीबी गंज इलाके में एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार किया गया। दोनों को गोली लगी। पुलिस हिरासत में दोनों का इलाज चल रहा है। 

इदरीस के खिलाफ 20 से ज्यादा केस दर्ज हैं। चोरी, डकैती, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट में भी उसके खिलाफ केस दर्ज है। इकबाल के खिलाफ 17 से ज्यादा केस हैं। उस पर भी चोरी, डकैती और गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज है। तौकीर के साले मोहसिन रजा भी गिरफ्तार हुआ है। दूसरे दामाद और एसपी पार्षद ओमान रजा फरार हैं।

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बरेली में तनावपूर्ण हैं हालात। (Photo Credit: PTI)

पुलिस क्या कह रही है?

SSP अनुराग आर्य ने कहा है, 'दोनों तौकीर रजा के सहयोगी नदीम खान के संपर्क में थे। पुलिस ने चोरी का राइफल और पिस्टल बरामद की। साजिश में सभी शामिल थे। अपील को फर्जी बताकर भीड़ इकट्ठा की गई। कुल 81 गिरफ्तारियां हो चुकीं।'

क्या है 'आई लव मुहम्मद' विवाद?

26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद बरेली के कोतवाली इलाके की मस्जिद के बाहर 2000 से ज्यादा लोग जुट गए थे। तौकीर रजा ने 'आई लव मुहम्मद' कैंपेन के समर्थन में विरोध मार्च का ऐलान किया था, लेकिन आखिरी वक्त पर रद्द कर दिया। इससे गुस्सा भड़का और जमकर हिंसा हुई। भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। बरेली हिंसा में अब तक 10 FIR दर्ज हो चुकी है, 180 नामजद और 2500 अज्ञात के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है। इंटरनेट 48 घंटे बंद रहा है। सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

अब कैसे हालात हैं?

शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। दशहरा स्थल पर पुलिस तैनात है। पड़ोस के जिलों से भी पुलिस बनाई गई है। अब हालात नियंत्रण में हैं। जिले में तनाव बरकरार है। जिला मजिस्ट्रेट अविनाश सिंह ने कहा कि अशांति फैलानों पर सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।