बिहार के चुनाव नतीजे आए हफ्ताभर हो गया है। 243 में से 202 सीटें जीतकर एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने जा रहा है। नीतीश कुमार गुरुवार को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां 'वोट चोरी' का आरोप भी लगा रही हैं। कांग्रेस ने चुनाव नतीजों के बाद दावा किया है कि एनडीए के कई विधायकों को 1.22 लाख वोट ही मिले हैं। इसे लेकर अब चुनाव आयोग ने बताया है कि बिहार में सभी पार्टियों के जीते हुए उम्मीदवारों को 60 हजार से लेकर 1.5 लाख तक वोट मिले हैं।
चुनाव आयोग ने यह जानकारी ऐसे समय दी है, जब कांग्रेस ने बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के नतीजों का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा कि दोनों को 1.22 लाख वोट मिले हैं। इनके साथ ही कांग्रेस ने और भी कई उम्मीदवारों के नतीजों का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।
कांग्रेस के अलावा और भी दूसरी राजनीतिक पार्टियों और लोगों ने सोशल मीडिया पर इस संयोग की ओर इशारा किया था कि बीजेपी के कई उम्मीदवारों को 1.22 लाख के आसपास वोट मिले हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि चुनाव आयोग के कारण ही बीजेपी उम्मीदवारों को बराबर वोट मिले।
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अब चुनाव आयोग ने क्या कहा?
इन आरोपों के बीच बुधवार को चुनाव आयोग ने साफ किया कि जीते हुए उम्मीदवारों को अलग-अलग वोट मिले हैं। चुनाव आयोग ने गुरुवार को बिहार चुनाव से जुड़ा डेटा जारी किया है।
इसमें बताया गया है कि 4 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें 60,000 से 69,999 के बीच वोट मिले हैं। इनमें बीजेपी का 1 और जेडीयू के 3 उम्मीदवार हैं। 20 उम्मीदवारों को 70,000 से 79,999 वोट मिले हैं। 46 उम्मीदवारों को 80,000 से 89,999 वोट मिले हैं।
वहीं, 65 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होने 90,000 से 99,999 वोट हासिल किए हैं। 1 लाख से 1.50 लाख तक वोट पाने वाले उम्मीदवारों की संख्या है। 1 से 1.50 लाख वोट पाने वालों में बीजेपी के 47, जेडीयू के 38, आरजेडी के 9, एलजेपी (आर) के 5 और कांग्रेस के 3 उम्मीदवार शामिल हैं।
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बिहार में क्या रहे हैं नतीजे?
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए 2 चरणों में वोटिंग हुई थी। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की 11 नवंबर को हुई थी। नतीजे 14 नवंबर को आए थे।
बिहार में 89 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। जेडीयू ने 85 सीटें जीती हैं। एनडीए ने कुल 202 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, महागठबंधन सिर्फ 34 सीटें जीत सका है। आरजेडी ने 25, कांग्रेस ने 6 और लेफ्ट पार्टियों ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 5 सीटें जीती हैं।
