महाराष्ट्र के एक स्कूल में एक छात्रा की मौत के मामले में स्कूल की महिला टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि छात्रा उस दिन देरी से स्कूल आई थी और टीचर ने उससे 100 बार उठक-बैठक लगाने को कहा। इसी के बाद लड़की की तबीयत खराब हुई और उसकी मौत हो गई। छात्रा की मां ने आरोप लगाए कि टीचर ने जो अमानवीय सजा दी उसी के चलते बच्ची की मौत हो गई। इस मामले में स्थानीय लोगों और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के लोगों ने प्रदर्शन किया था। लोगों के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।

 

महाराष्ट्र के पालघर जिले के वालिव पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में वसई क्षेत्र के सातिवली स्थित निजी स्कूल से महिला टीचर को हटा दिया गया था और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत गैर इरादतन हत्या (जो हत्या की श्रेणी में नहीं आती) का मामला दर्ज किया गया है। घटना के मुताबिक, 8 नवंबर को देर से स्कूल पहुंचने के कारण एक छात्रा को कथित तौर पर 100 उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया था। छात्रा की मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की मौत उसे दी गई अमानवीय सजा के कारण हुई है।

 

यह भी पढ़ें- बच्चे के माथे पर लगी चोट, डॉक्टर ने टांके की जगह फेविक्विक से चिपकाया

MNS कार्यकर्ताओं ने किया था प्रदर्शन

 

आरोप है कि महिला टीचर ने इस बच्ची की पीठ पर बैग लादकर उठक-बैठक करने को मजबूर किया था। एक अधिकारी ने बताया कि 13 साल की छात्रा को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं और वह सजा बर्दाश्त नहीं कर सकी जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई और उसे मुंबई के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां सात दिन बाद उसकी मौत हो गई। छात्रा की मौत ने स्थानीय लोगों और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन को भड़का दिया। इसके बाद दबाव बना और पुलिस को इस संबंध में केस दर्ज करना पड़ा।

 

यह भी पढ़ें:  झूठा रेप केस दाखिल करने वाली महिला को 42 महीने की जेल, कोर्ट ने खूब लताड़ा

 

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार रात को संबंधित शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षा विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है। वसई-विरार नगर निगम ने भी इस मामले में अपनी ओर से जांच शुरू कर दी है।