अहमदाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बुधवार को दो लड़कियों ने अभयम महिला हेल्पलाइन से मदद मांगी और आरोप लगाया कि उनकी मां ने उन्हें बुरी तरह से पीटा है। मामला तब सामने आया जब लड़कियों ने घर के खाने से ऊबकर ऑनलाइन ऐप से खाना मंगाया था। रात करीब 12 बजे जब मां घर लौटीं, तो उन्होंने गुस्से में लड़कियों को डांटा और पीटा। महिला शराब के नशे में थी, जिसकी वजह से लड़कियों ने हेल्पलाइन को कॉल करके सुरक्षा मांगी थी।

 

जांच के दौरान पता चला कि लड़कियों के माता-पिता पांच साल पहले तलाक ले चुके थे। उनका भाई अब पिता के पास रहता है, जबकि लड़कियां मां के पास रहती हैं। लड़कियों ने बताया कि उनकी मां के जीवन-जीने के तरीके से परेशान होकर उनके पिता उन लोगों से अलग हो गए। लड़कियों ने बताया कि उनकी मां शराब पीकर देर रात घर आती हैं और फिर मारपीट करती है। मामले को ध्यान में रखते हुए काउंसलरों ने लड़कियों को उनके दादा-दादी के संरक्षण में रखा है। 

 

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मां की आदत से परेशान हुए बच्चे

एक काउंसलर ने बताया, 'जब हमारी टीम मौके पर पहुंची, तो लड़कियों ने बताया कि उनके माता-पिता पांच साल पहले अलग हो चुके थे। उनका भाई अब पिता के साथ रहता है, जबकि ये लड़कियां मां के पास रहती हैं। लड़कियों ने कहा कि उनकी मां का जीवन जीने का तरीका, देर तक बाहर रहना और शराब पीना अलगाव की मुख्य वजह थी।'

 

लड़कियों को पढ़ाई के लिए पहले होस्टल भेजा गया था लेकिन हाल ही में वे कक्षा 10 और 12 की परीक्षा की तैयारी के लिए घर लौटी थीं। उन्होंने काउंसलरों को बताया कि जब उनकी मां अनुपस्थित रहती थीं, तब वे अक्सर खुद खाना बनाती थीं।

 

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क्या है पूरा मामला?

काउंसलर ने कहा, 'बुधवार को जब उनकी मां बाहर गई हुई थी, तो लड़कियों ने बाहर से खाना मंगाने लिया। रात करीब 12 बजे जब मां वापस आईं, तो उन्होंने दोनों लड़कियों को डांटा और पीटा। मां शराब के नशे में थीं, इसलिए लड़कियों ने हेल्पलाइन से मदद मांगने का निर्णय किया।' टीम के पहुंचने पर महिला ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी। उसने लड़कियों को दोषी ठहराया और कहा कि वे उसे अपनी जिंदगी जीने नहीं दे रही हैं। लड़कियों ने टीम से सुरक्षा और सरकारी सुविधा में दूसरी जगह जाने की मांग की।

 

हालांकि, काउंसलरों ने उन्हें परिवार के साथ रहने के लिए समझाया, जिससे उनकी पढ़ाई पर असर न पड़े। इसके बाद, काउंसलरों ने लड़कियों के दादा-दादी से बात की, जिन्होंने उनकी देखभाल करने के लिए सहमति दी। एक काउंसलर ने कहा, 'महिला को भी समझाया गया और कहा गया कि वह अपनी आदतों में सुधार करें, जिससे लड़कियों की पढ़ाई और करियर पर असर न पड़े।'