सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो रहे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल दीपेंद्र सिंह (डी.एस.) हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर पंजाब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि पंजाब के मोहाली जिले के जीरकपुर फ्लाईओवर पर वह अपनी पत्नी के साथ जा रहे थे उस दौरान वीआईपी काफिले में शामिल पंजाब पुलिस की जिप्सी ने उनकी कार को टक्कर मारी। लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस की गाड़ी ने जानबूझकर उनकी कार को टक्कर मारी। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी को टैग कर इस मामले में संज्ञान लेने की अपील की है।
इस हादसे में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा और उनकी पत्नी बाल-बाल बच गए लेकिन उनकी कार बुरी तरह डैमेज को गई। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर पंजाब पुलिस पर लोग सवाल खड़े करने लगे और पंजाब पुलिस के वीआईपी कल्चर को प्रमोट करने का आरोप लगाने लगे। कुछ लोगों ने कहा कि पंजाब में वीआईपी कल्चर बहुत तेजी से फैल रहा है। वहीं, पंजाब के डीजीपी ने इस घटना पर खेद जताया है। उन्होंने कहा की इस घटना में दोषी मुलाजिमों पर कार्रवाई होगी।
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क्या है पूरा मामला?
सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाने वाले रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा ने अपने एक्स अकाउंट इस घटना को शेयर किया। उन्होंने लिखा, 'आज शाम 4 बजे मैं अपनी पत्नी के साथ जीरकपुर फ्लाईओवर पर गाड़ी चला रहा था। मेरे पीछे पंजाब पुलिस की दो जीपें आ रही थी। वह जीपें एक वीआईपी को अंबाला की ओर ले जा रही थीं। मैंने पहली गाड़ी को निकलने देने के लिए गाड़ी धीमी की लेकिन भारी ट्रैफिक के कारण वीआईपी गाड़ी को निकलने में शायद तीन सेकंड ज्यादा लग गए। इस बात से गुस्सा होकर पीछे वाली एस्कॉर्ट जीप ने बाईं ओर से ओवरटेक करते हुए, जानबूझकर तेजी से दाईं ओर मुड़कर मेरी गाड़ी को टक्कर मारी और फिर तेजी से आगे निकल गई।'
डी.एस. हुड्डा ने आरोप लगाया कि यह साफ तौर पर जानबूझकर की गई हरकत थी। उन्होंने कहा, 'इस घटना में ना सिर्फ मेरी गाड़ी डैमेज हुई बल्कि भीड़-भाड़ वाली सड़क पर हमारी सुरक्षा की कोई परवाह नहीं की गई। कानून के रक्षक कहे जाने वाले व्यक्ति का अहंकार और बेपरवाही पुलिस की वर्दी को कलंकित करती है।' उन्होंने आगे पंजाब के सीएम और डीजीपी को टैग कर इस घटना पर ध्यान देने और उचित कार्रवाई करने की मांग की।
पंजाब के डीजीपी ने जताया खेद
इस घटना पर पंजाब पुलिस ने खेद जताया है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस घटना से आपको और आपकी पत्नी को हुई तकलीफ के लिए हमें गहरा खेद है। ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है और पंजाब पुलिस के मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने लिखा, 'मैंने इस मामले में स्पेशल डीजीपी ट्रैफिक से बात की है। संबंधित गाड़ियों और पुलिस वालों की पहचान करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।'
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कौन हैं डी.एस हुड्डा?
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा ने सेना में करीब चार दशक तक सेवाएं दी हैं और नवंबर 2016 में वह रिटायर हो गए थे। वह भारतीय सेना की उत्तरी कमान के कमांडिंग-इन-चीफ रहे। 2016 में उन्हीं की देखरेख में भारतीय सैनिकों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। उरी आतंकी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंरी ठिकानों को नष्ट किया गया था। इस ऑपरेशन में उन्हें काफी तारीफ मिली थी। वह परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, ऑपरेशन पराक्रम मेडल, ऑपरेशन विजय मेडल समेत कई अवार्ड्स से सम्मानित हैं।
