भारतीय उद्योग सेक्टर में बीते समय से बहुत तेजी देखी गई है। इस तेजी का परिणाम ये निकलकर आया है कि हालही में स्विस बैंक के नाम से मशहूर UBS की ‘बिलियनर एम्बिशन्स रिपोर्ट 2024’ में यह बताया गया कि भारत में अरबपतियों की संपत्ति और संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट बताती है कि पिछले एक साल में भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति 42.1% बढ़कर 905.6 बिलियन डॉलर जो भारतीय रुपयों में करीब 72.448 ट्रिलियन रुपए हो गई है। साथ ही इस साल भारत में कुल 185 अरबपति हैं, जो दुनिया में तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर 835 अरबपति के साथ अमेरिका और 427 अरबपति के साथ दूसरे पर चीन है।
पिछले साल की वृद्धि
पिछले 12 महीनों में भारत ने 32 नए अरबपति जोड़े, जो 21% की वृद्धि है। अगर 2015 से तुलना करें, तो यह संख्या 123% अधिक है। इसके साथ इस रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने पिछले साल 84 नए अरबपति जोड़े और उनकी कुल संपत्ति 4.6 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 5.8 ट्रिलियन डॉलर हो गई। दूसरी ओर, चीन में अरबपतियों की संख्या में 93 की गिरावट हुई, और उनकी संपत्ति 1.8 ट्रिलियन डॉलर से घटकर 1.4 ट्रिलियन डॉलर रह गई है।
वैश्विक स्तर पर, 2015 से 2024 के बीच अरबपतियों की संपत्ति 121% बढ़कर 14 ट्रिलियन डॉलर हो गई, जबकि अरबपतियों की कुल संख्या 1,757 से बढ़कर 2,682 हो गई।
भविष्य में भारत का प्रदर्शन
UBS के रिपोर्ट के अनुसार, अगले दशक में भारत में अरबपति उद्यमियों की संख्या में और भी तेज वृद्धि होने की संभावना है। यह चीन की चार साल पहले की स्थिति की तरह होगी।
भारत में 108 पब्लिक-लिस्टेड पारिवारिक व्यवसाय हैं, जो इस श्रेणी में भारत को तीसरे स्थान पर रखते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘चाहे पारंपरिक व्यवसाय हो या नए क्षेत्र जैसे फार्मा, एडटेक, फिनटेक और फूड डिलीवरी, भारतीय उद्यमियों ने उभरते अवसरों का पूरा लाभ उठाया है।’