केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतरामण ने ऐलान किया है कि सभी जिलों के अस्पतालों में कैंसर सेंटर बनाए जाएंगे। कैंसर से पीड़ित मरीजों को शहर-दर-शहर  भटकना पड़ता है। अब ऐसे मरीजों को बड़ी राहत मिल सकती है। कैंसर की दवाइयां भी सस्ती हो जाएंगी क्योंकि केंद्र सरकार ने बेसिक कस्टम ड्यूटी हटाने का ऐलान किया है।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वित्तवर्ष 2025-2026 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया है. उन्होंने ऐलान किया है कि अगले 3 साल में 200 केंद्रों पर कैंसर डे केयर सेंटर बनाया जाएगा। 

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा, 'हमारी सरकार अगले 3 वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर स्थापित करेगी। साल 2025-2026 में 200 केंद्र स्थापित किए जाएंगे।'

कैंसर और गंभीर बीमारियों के मरीजों को राहत
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'मैं कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियो से पीड़ित रोगियों को राहत देने के लिए 36 जीवनरक्षक औषधियों और दवाओं को बेसिक कस्टम ड्यूटी से पूरी तरह छूट देने वाली दवाइयों की लिस्ट में शामिल करने का प्रस्ताव करती हूं। मैं 6 जीवनरक्षक दवाइयों को 5 प्रतिशत रियायती बेसिक कस्टम ड्यूटी वाली दवाइयों की सूची में लिस्ट करती हूं। पूरी तरह से छूट और रियायती शुल्क के निर्माताओं के लिए थोक औषधियों पर भी इसी तरह लागू करेंगे।'

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और किन दवाइयों पर मिलेगी राहत?
फर्माक्युटिकल कंपनियों की ओर से चलाए जा रहे पेशेंट असिस्टेंस प्रोग्राम को बेसिक कस्टम ड्यूटी से छूट दी जाएगी। मरीजों को कास्ट की कीमत पर ही दवाइयां मिलेंगी। ऐसी 37 दवाइयों के बारे में छूट देने का ऐलान किया गया है। 13 नए पेशेंट असिस्टेंट प्रग्राम चलाए जाएंगे।

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मेडिकल सेक्टर को और क्या मिला?
निर्मला सीतारमण ने कहा,'सरकार ने 1.1 लाख यूजी और पीजी मेडिकल कॉलेजों को बीते 10 साल में तैयार किया है। अगले साल तक 10,000 और सीटें मेडिकल कॉलेज और अस्पतलाों में बढ़ाई जाएंगी। अगले 5 साल में 75,000 सीटें बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।'