भारत में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) और दूसरे पोस्ट-ग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए हर साल लाखों छात्र अप्लाई करते हैं। MBA में एडमिशन के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) होता है इस टेस्ट को देने के लिए छात्रों को 2600 रुपये फीस जमा करवानी होती है। इस शीतकालीन सत्र में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में CAT की बढ़ती फीस का मुद्दा उठाया और बताया कि 2021 से अब तक CAT की फीस में करीब 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके अलावा CLAT, NEET, JEE जैसी परीक्षाओं की फीस भी हजारों में है। 

असदुद्दीन ओवैसी के सवाल के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि भारत के सभी आईआईएम, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐक्ट 2017 के तहत काम करते हैं। इस ऐक्ट के अनुसार, आईआईएम को यह अधिकार है कि वे अपनी फीस और अन्य फीस खुद तय कर सकें। उन्होंने बताया कि CAT परीक्षा के लिए ली जाने वाली फीस परीक्षा को सफलतापूर्वक करवाने के लिए ली जाती है। परीक्षा से जुड़े सारे खर्चों का भुगतान इसी फीस से किया जाता है। इसमें परीक्षा सेंटर्स की व्यवस्था करना, कंप्यूटर सिस्टम, कर्माचरियों की पेमेंट और अन्य खर्चे शामिल होते हैं।

नॉन रिफंडेबल होती है फीस

जब कोई भी उम्मीदवार CAT की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करता है तो उसे दिशा निर्देशों में ही बता दिया जाता है कि CAT की फीस नॉन रिफंडेबल है यानी एक बार फीस पेमेंट कर दी तो किसी भी स्थिति में वापस नहीं की जाएगी। डॉ. सुकांत मजूमदार ने संसद में बताया कि CAT की फीस वापस नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि इसकी वजह यह है कि परीक्षा से जुड़ी सारी व्यवस्थाएं पहले से ही उन उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर की जाती है, जिन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन कर दिया होता है। अगर कोई उम्मीदवार बाद में परीक्षा में शामिल नहीं होता, तब भी उसकी फीस लौटाना संभव नहीं होता, क्योंकि परीक्षा के लिए पहले ही खर्च हो चुका होता है।

2025- CAT फीस

General/OBC/EWS- 2600 रुपये

SC/ST/PWD- 1300 रुपये

2024- CAT फीस

General/OBC/EWS- 2500 रुपये

SC/ST/PWD- 1250 रुपये

 

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एंट्रेस टेस्ट की फीस बहुत ज्यादा

CAT इकलौता ऐसा एंट्रेस टेस्ट नहीं है जिसके लिए इतनी ज्यादा फीस वसूली जाती है। हायर एजुकेशन में एडमिशन के लिए होने वाले ज्यादातर एंट्रेंस टेस्ट का यही हाल है। हर जगह हजारों में फीस है। देश के टॉप संस्थानों में LLB एडमिशन के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) की फीस तो CAT से भी कहीं ज्यादा है।

2025- CLAT फीस

General/OBC/EWS- 4,000

SC/ST/PWD- 2500

 

इसके अलावा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के लिए भी छात्रों को 1700 रुपये फीस जमा करनी होती है। इसके अलावा JEE के लिए भी करीब 1,000 रुपये फीस चार्ज की जाती है। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की फीस भी जनरल कैटेगरी के लिए 1,000 रुपये है।

 

कॉलेज एडमिशन के लिए होने वाले इन एंट्रेस टेस्ट में हर साल लाखों छात्र अप्लाई करते हैं। सीटों की संख्या कम होने के कारण ज्यादातर छात्र एक से ज्यादा एंट्रेस टेस्ट देते हैं। ऐसे में छात्रों पर इन परीक्षाओं के कारण आर्थिक दबाव बढ़ता है। कॉलेज की फीस और अन्य खर्चों के लिए छात्रों को स्कॉलर्शिप, लोन और अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल जाता है लेकिन एंट्रेस टेस्ट के लिए ऐसी कोई भी योजना नहीं है जिससे छात्रों पर आर्थिक दबाव कम हो सके।