भारत की सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों में से एक भारतीय प्रशासनिक सेवा है। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से कराई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा के जरिए हर साल लाखों लोग अपनी किस्मत आजमाते हैं और IAS, IPS और IFS जैसे पद पाने की कोशिश करते हैं। इसके लिए कठिन परिश्रम के साथ-साथ अच्छी तर्कशीलता और बेहतर लगन की जरूरत होती है। अगर आप भी खुद IAS या IPS जैसा अधिकारी बनना चाहते हैं या फिर अपने बच्चों को इसके लिए तैयार करना चाहते हैं तो यहां आपको इस नौकरी से जुड़ी सारी बातें समझ में आ जाएंगी।

 

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि IAS और IPS जैसे अधिकारी केंद्र सरकार के अधीन काम करते हैं। हालांकि, कई बार ये अधिकारी सीधे तौर पर केंद्र सरकार के लिए तो कई बार राज्य सरकारों के लिए भी काम करते हैं। हर साल सिविल सर्विस की परीक्षा होती है जिसके तीन चरण को पास करने के बाद ही आप इस पद को हासिल कर सकते हैं। परीक्षा और इंटरव्यू पास हो जाने के बाद लंबी ट्रेनिंग होती है और फिर जाकर नियुक्ति मिलती है।

कैसे बनते हैं IAS और IPS?

 

  • न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन है और उम्र 21 साल से कम नहीं होनी चाहिए
  • लिखित परीक्षाओं के क्रम में पहली परीक्षा प्रीलिम्स होती है
  • प्रीलिम्स पास हो जाने के बाद मेन्स परीक्षा देने का मौका मिलता है
  • मेन्स परीक्षा में कई पेपर होते हैं जिनके नंबरों के आधार पर ही अंतिम चयन होता है
  • एक इंटरव्यू भी होता है जिसमें आपकी पर्सनैलिटी का टेस्ट होता है
  • मेन्स परीक्षा और इंटरव्यू के नंबरों को मिलाकर एक मेरिट लिस्ट तैयार होती है
  • मेरिट लिस्ट में नंबर के हिसाब से IAS, IPS, IFS या IRS जैसी अन्य सर्विस में नौकरी मिलती है

 

IAS के लिए चुने गए लोगों को ट्रेनिंग के लिए मसूरी की अकादमी में भेजा जाता है। वहीं, IPS के लिए हैदराबाद में स्थित पुलिस अकादमी भेजा जाता है। यहां इन अधिकारियों को देश के कानून, प्रशासन चलाने के तरीकों और अन्य चीजों के बारे में अच्छी ट्रेनिंग दी जाती है। अकादमी की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद फील्ड पर नियुक्ति देकर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है। जूनियर ऑफिसर के तौर पर ट्रेनिंग मिल जाने के बाद ही इन अधिकारियों को जिलों की जिम्मेदारी दी जाती है।

 

इन परीक्षाओं के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आप UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जा सकते हैं।