दिल्ली में सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच कांग्रेस नेता अजय माकन ने आम आदमी पार्टी को लेकर दावा किया है। अजय माकन ने इशारों-इशारों में आम आदमी पार्टी को बीजेपी की बी टीम बता दिया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को लेकर भी बात की।

कांग्रेस-AAP गठबंधन पर क्या बोले माकन?

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, 'हम हरियाणा और दिल्ली का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लड़ना चाहते थे लेकिन अरविंद केजरीवाल जब जेल से बाहर आए तो उन्होंने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया। जहां तक दिल्ली चुनाव का सवाल है, उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद ही अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया था।'

 

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AAP के आते ही जीतने लगी BJP: माकन

अरविंद केजरीवाल अक्सर बीजेपी और कांग्रेस के मिले होने का आरोप लगाते रहे हैं। इस पर भी अजय माकन ने जवाब दिया। अजय माकन ने कहा, 'जब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं, तो कांग्रेस दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटें जीतती थीं लेकिन जब से आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, तब से उल्टा हो गया है। बीजेपी सभी सातों सीट जीत रही है। तो बताइए कि बीजेपी के साथ कौन है?'

 

दिल्ली में क्यों नहीं हो सका गठबंधन?

आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, दोनों ही विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के सदस्य हैं। दोनों पार्टियों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में गुजरात, गोवा, दिल्ली और हरियाणा में चुनाव लड़ा था। हालांकि, आम आदमी पार्टी को इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ था। पिछले साल हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भी दोनों पार्टियों में गठबंधन की बात चल रही थी, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। दिल्ली में आम आदमी पार्टी इसलिए भी गठबंधन नहीं करना चाहती थी, क्योंकि यहां कांग्रेस का जनाधार लगातार कमजोर हो रहा है। इतना ही नहीं, अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन होता तो इससे बीजेपी को फायदा हो सकता था। वो इसलिए क्योंकि विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कांग्रेस का वोट ही मिलता है। बीजेपी का अपना वोट बैंक तो बना ही हुआ है।

 

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दिल्ली में कांग्रेस का संघर्ष जारी

दिल्ली में पिछले तीन लोकसभा और दो विधानसभा चुनाव से कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी है। 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीट बीजेपी जीत रही है। वहीं, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आखिरी बार 2013 के चुनाव में 8 सीट जीती थी। 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी। 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 और 2020 में 62 सीटें जीती थीं।