दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पोस्टर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता प्रवेश वर्मा लहरा रहे हैं। वह उनका कटाउट लेकर सीधे यमुना में पहुंचे और डुबकी लगवाने लगे। दिल्ली के चुनाव में यह नया प्रयोग बेहद दिलचस्प है।

प्रवेश वर्मा नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के आदमकद कटाउट के साथ वह यमुना घाट पहुंचे। वहां उन्होंने एक नाव बुक किया और सीधे नदी के बीच में जा पहुंचे। वह अरविंद केजरीवाल के कटाउट को डुबोने लगे।

अरविंद केजरीवाल के कटाउट पर लिखा था, 'मैं फेल हो गया, मुझे वोट मत देना। 2025 तक मैं यमुना साफ नहीं कर पाया।' प्रवेश वर्मा ने मीडिया के सामने अरविंद केजरीवाल के कटाआउट को कई बार यमुना में डुबोया।

प्रवेश वर्मा ने कहा, 'हम यमुना मैया का सारा पानी साफ कर सकते हैं। इसे साफ करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। मशीनों से सारी गाद निकाली जानी चाहिए, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने चाहिए और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने चाहिए। जैसे हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने साबरमती रिवरफ्रंट बनाया, वैसे ही यमुना रिवरफ्रंट भी बनाया जा सकता है। 11 साल बहुत लंबा समय होता है।'

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यमुना सियासी मुद्दा क्यों?

दिल्ली विधानसभा चुनावों में यमुना की सफाई अब चुनावी मुद्दा बन गया है। यमुना देश की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक है। आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि यमुना 2025 तक पूरी तरह से साफ हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। 

यमुना की सफाई पर BJP का रुख क्या है?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यमुना नदी के प्रदूषण को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने अरविंद केजरीवाल की आलोचना की थी। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने अरविंद केजरीवाल का बचाव किया था।

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BJP पर क्या आरोप हैं?
योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश के सीएम मथुरा में यमुना नदी से एक घूंट पानी पीने की हिम्मत करेंगे। कांग्रेस भी यमुना की सफाई को सियासी मुद्दा बनाने में जुट गई है। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा, 'बीजेपी और AAP के लिए यमुना की साफाई सियासी मुद्दा है। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो पार्टी यमुना की सफाई के लिए काम करेगी।'

कांग्रेस का यमुना पर रुख क्या है?
अलका लांबा ने कहा, 'यमुना और गंगा नदियां उनके लिए चुनावी मुद्दे से ज्यादा कुछ नहीं हैं। अगर लोग हमें मौका देंगे, तो हम अपना काम दिखाएंगे, हम यमुना की स्थिति के लिए अरविंद केजरीवाल की तरह पूर्वांचल के लोगों को दोष नहीं देंगे।'