दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) का नया नारा 'केजरीवाल नहीं तो कौन' है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के पास कोई सीएम फेस नहीं है। उनके पास दिखाने को कोई उपलब्धि नहीं है फिर कैसे चुनावी मैदान में जनता उन पर भरोसा करे।
आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को 'ब्रांड' की तरह इस्तेमाल कर रही है। दिल्ली की गलियां AAP के पोस्टरों से पड़ी पड़ी हैं। पोस्टरों की एक कॉमन लाइन है, 'भाई हो तो ऐसा, केजरीवाल जैसा।'
AAP का कहना है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का नाम भरोसे का नाम है। उनके पास जादू की छड़ी है, घुमाएंगे और अपने वादों को पूरा कर देंगे। उनकी राजनीति भी फ्रीबीज के इर्दगिर्द घूमती रही है। AAP के इस नैरेटिव का काउंटर नैरेटिव न तो अभी कांग्रेस के पास नजर आ रहा है, न ही भाजपा के पास।
'BJP से एक सवाल, घोड़ी कौन चढ़ेगा'
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भाजपा के पास न तो चेहरा है, न नैरेटिव है, न ही उनके पास दिल्ली को लेकर कोई विजन है। अब विजन और नैरेटिव पर नहीं, सीएम फेस पर ही आम आदमी पार्टी सवाल खड़े कर रही है।
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आम आदमी पार्टी ने नया पोस्टर लॉन्च किया है। तस्वीर में सूट-बूट में पीएम मोदी नजर आ रहे हैं, उनके बगल में घोड़ा है, घोड़े के बगल में बांसुरी स्वराज और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हैं। कैप्शन है बीजेपी से एक ही सवाल घोड़ी कौन चढ़ेगा? इशारा यह है कि दिल्ली का सीएम फेस आखिर होगा कौन?
नया नैरेटिव लेकर आई AAP
आम आदमी पार्टी चुनाव में अब नए नैरेटिव पर सियासत कर रही है। AAP ने गुरुवार को 'अरविंद केजरीवाल बनाम कौन?' की कवायद शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी के कैंपेन में भारतीय जनता पार्टी के सीएम फेस न होने को लेकर सवाल उठाए गए हैं। शहर भर में कई होर्डिंग्स लगा।
'BJP बताए दूल्हा कौन होगा'
AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, 'भाजपा बिना दूल्हे की बारात की तरह है और उसे दिल्ली के लोगों को बताना चाहिए कि उसका दूल्हा कौन है। हमने पहले ही अरविंद केजरीवाल को अपना सीएम चेहरा घोषित कर दिया है और भाजपा को भी ऐसा ही करना चाहिए, ताकि दिल्ली के लोग तुलना कर सकें और तय कर सकें कि कौन बेहतर है।'
संजय सिंह ने कहा, 'पिछले 10 वर्षों में अरविंद केजरीवाल ने अपने काम की राजनीति के जरिए दिल्ली और देश के लोगों के बीच एक खास जगह बनाई है। दिल्ली के अधिकांश निवासी उन्हें सबसे अच्छा मुख्यमंत्री मानते हैं।'
BJP का जवाब क्या है?
भाजपा ने AAP के अभियान पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी प्रत्याशी रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल साफ पानी, अच्छी सड़कें, प्रदूषण पर लगाम, अच्छी स्वास्थ्य सेवा और यहां तक कि दिल्ली के लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने में फेल हो गए। लोग अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वोट करेंगे।'
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बिना चेहरे के कितना कामयाब हो पाई BJP?
भारतीय जनता पार्टी की रणनीति का एक हिस्सा रहा है कि वह सीएम फेस का ऐलान नहीं करती है। मौजूदा सीएम को भी सीएम फेस नहीं बनाती है। दिल्ली के मामले में 3 दशक से ज्यादा वक्त बीत चुका है बीजेपी के नसीब में विपक्ष ही रहा है। साल 2013 से लेकर अब तक बीजेपी दिल्ली में हाशिए पर ही रही है।
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पास कोई चेहरा नहीं था, चुनाव में हार मिली। 70 विधानसभाओं में से 8 सीटों पर सिमट गई। साल 2015 तो बीजेपी के लिए और बुरा रहा था। बीजेपी ने किरण बेदी को अपना सीएम फेस घोषित किया था, उनकी बुरी तरह हार हुई थी।
AAP इसे कैसे भुना रही है?
AAP चुनावी कैंपेन को लेकर बेहद साफ है। AAP के नेता कह रहे हैं कि हमारे सीएम फेस अरविंद केजरीवाल हैं, अब गाली गलौच पार्टी को भी घोषित करना चाहिए कि उसका सीएम चेहरा कौन है। AAP का चुनावी तिलिस्म ही अरविंद केजरीवाल पर आधारित है। वह मौजूदा सीएम नहीं हैं। आतिशी उनकी जगह कमान संभाल रही हैं। अरविंद केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति को लेकर महीनों तक जेल में रहे। उन्हें सितंबर 2024 में जमानत मिली तो अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि पद तब संभालेंगे जब वह मुख्यमंत्री बनेंगे। अब वे इसे चुनावी रणनीति की तरह इस्तेमाल रहे हैं।