दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोर-शोर से जारी है। लगातार 10 साल से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को हटाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस जमकर पसीना बहा रही हैं। हर दिन जुबानी जंग हो रही है और तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। अब इन आरोपों की कड़ी में नया आरोप है कि AAP के प्रचार के लिए पंजाब सरकार की गाड़ियां दिल्ली में आ रही हैं। बीजेपी की ओर से लगाए गए आरोपों पर AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। वहीं, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी कहा है कि पंजाब नंबर की गाड़ियों का दिल्ली आना गलत नहीं है लेकिन सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इस मामले पर दो दिन से जमकर बहस हो रही है। एक तरफ बीजेपी इस मुद्दे पर AAP को घेरने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर AAP इसे दिल्ली के पंजाबी मतदाताओं की ओर मोड़ने की कोशिश में लगी हुई है।
यह मामला तब शुरू हुआ जब नई दिल्ली सीट से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने एक बयान दिया। प्रवेश वर्मा ने कहा, 'हजारों की संख्या में पंजाब नंबर की गाड़ियां दिल्ली में घूम रही हैं। उनमें कौन लोग हैं? यहां पर 26 जनवरी मनाने की तैयारी चल रही है, यहां पर वे ऐसा क्या बड़ा काम करने वाले हैं जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था को खतरा हो सकता है। आज हमें पता चला है कि चाइनीज कंपनी के CCTV कैमरे नई दिल्ली विधानसभा में लगवाए जा रहे हैं। इसके लिए पंजाब के सरकारी कर्मचारियों को भेजा गया है। पुलिस ने ऐसे लोगों को पकड़ा भी।'
बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा, 'पंजाब की पूरी AAP सरकार मुख्यमंत्री, मंत्री और सारे विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। पंजाब में कोई काम नहीं हो रहा बस नई दिल्ली में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। नई दिल्ली में जो काम अरविंद केजरीवाल नहीं कर पाए और अब हार रहे हैं तो पंजाब के कॉन्ट्रैक्टरों से चुपचाप काम करवाया जा रहा है।' उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार के कर्मचारियों को जबरन दिल्ली भेजा जा रहा है ताकि वे दिल्ली में AAP के लिए काम करें। प्रवेश वर्मा का कहना है कि उन्होंने चुनाव आयोग से भी इसकी शिकायत की है और अपील करते हैं कि चुनाव आयोग इस पर कार्रवाई करे।
केजरीवाल ने BJP पर बोला हमला
इस मामले पर AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी आक्रामक मोड में हैं। केजरीवाल ने X पर लिखा है, 'दिल्ली में लाखों पंजाबी रहते हैं जिनके परिवारों ने और उनके पूर्वजों ने देश के लिए न जाने कितनी क़ुर्बानियां दी हैं। दिल्ली में लाखों पंजाबी रेफ़्यूजी भी रहते हैं जो बंटवारे के मुश्किल दौर में सब कुछ छोड़कर दिल्ली आ कर बसे थे। इनके परिवार ने भी अनगिनत यातनाएँ सही हैं। बीजेपी के नेता आज जो कह रहे हैं, इससे वे उनकी शहादत और कुर्बानी का अपमान कर रहे हैं। यह बयान सुनकर मुझे बहुत पीड़ा हुई। दिल्ली को पंजाबियों ने संवारा है। पंजाबियों को देश के लिए ख़तरा बोलकर बीजेपी ने दिल्ली में रहने वाले लाखों पंजाबियों को अपमानित किया है। बीजेपी को पंजाबियों से माफ़ी मांगनी चाहिए।'
भगवंत मान ने क्या कहा?
प्रवेश वर्मा के आरोपों पर पंजाब के सीएम और AAP नेता भगवंत मान ने लिखा है, 'दिल्ली देश की राजधानी है। यहां हर राज्य से लोग आते हैं। यहां हर प्रदेश के नंबर की गाड़ियां चलती हैं। किसी भी राज्य के नंबर की गाड़ियां देश के किसी भी हिस्से में जा सकती हैं, इस पर कोई रोक टोक नहीं है। बीजेपी का ये बयान सुनिए। ये बेहद खतरनाक, चिंताजनक और पंजाबियों के लिए अपमानजनक है। ये पंजाब के नंबर की गाड़ियों को चिह्नित करके कह रहे हैं कि दिल्ली में पंजाब की गाड़ियां क्यों घूम रही हैं? वो ऐसे कह रहे हैं जैसे पंजाबी देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। ये मेरे और देश के हर पंजाबी के लिए बेहद अपमानजनक है। आज हर पंजाबी बेहद पीड़ा और अपमान महसूस कर रहा है। अपनी गंदी राजनीति के लिए इस तरह पंजाबियों की देशभक्ति पे सवाल उठाना ठीक नहीं है।
भगवंत मान ने आगे लिखा है, 'अमित शाह जी, आप ना देश के बॉर्डर को सुरक्षित रख पा रहे हो और ना ही दिल्ली को। इतने हज़ारों बांग्लादेशी और रोहिंग्या पूरे देश में आ रहे है, आपको उनसे दिक्कत नहीं है? लेकिन पंजाब से दिल्ली आनेवाले पंजाबियों को आप देश के लिए खतरा बोल रहे हो। आपको पंजाबियों से माफ़ी मांगनी चाहिए।'
संदीप दीक्षित क्या कहते हैं?
इस बारे में कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित कहते हैं, 'कहीं से भी लोग आ सकते हैं, हमारे मित्र भी बाहर से आए हैं लेकिन केवल बाहर के ही लोग प्रचार करें। वहां से लोग आएं जहां आपकी सरकारे हैं, सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करें, पंजाब पुलिस की गाड़ियां आपको एस्कॉर्ट करें। यह तो गलत है। मैंने पहले भी इसकी शिकायत की थी। हमारे लोगों ने भी बीआर कैंप में पंजाब पुलिस की गाड़ियों की फोटो ली हैं। वो कैसे कैंपेन कर सकती हैं?'
कुल मिलाकर BJP और कांग्रेस इस मामले को चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग से जोड़ रही हैं। वहीं, AAP और अरविंद केजरीवाल इसे राजनीतिक रंग देने और पंजाबी अस्मिता से जोड़ने में लग गए हैं। उनकी ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि बीजेपी के लोग पंजाबियों का अपमान कर रहे हैं।