दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में कुल 670 उम्मीदवार 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 20 जनवरी यानी कल नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि थी। चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, नई दिल्ली विधानसभा सीट से सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

 

इस सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) नेता अरविंद केजरीवाल भी चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्हें चुनौती देने के लिए लगभग 22 उम्मीदवार खडे़ हैं। वहीं, सबसे कम 5 उम्मीदवार पटेल नगर विधानसभा सीट से मैदान में हैं। 

नई दिल्ली सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार

चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नई दिल्ली विधानसभा सीट से सबसे अधिक उम्मीदवार हैं। इस सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल AAP पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने परवेश वर्मा और कांग्रेस ने संदीप दिक्षित को इस सीट से मैदान में उतारा है। 

 

मनीष सिसोदिया के सामने कौन?

जंगपुरा विधानसभा सीट पर AAP ने 2020 और 2015 में प्रवीण कुमार ने जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार पार्टी ने मनीष सिसोदिया को नया उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने इस सीट के लिए तरविंदर सिंह मारवाह को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने फरहाद सूरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। तीनों सीटों के बीच मुकाबला दिलचस्प है।

 

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कालकाजी: आतिशी बनाम रमेश बिधूड़ी बनाम अलका लांबा

कालकाजी सीट से दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी AAP उम्मीदवार के तौर पर बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।  वह पिछले 2020 के विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी के धरमबीर को हराकर इस सीट पर जीती थीं। आतिशी के खिलाफ लांबा और बिधूड़ी कड़े प्रतिद्वंद्वी हैं। लांबा खुद AAP की पूर्व सदस्य हैं, जो अब कांग्रेंस में शामिल हो चुकी हैं। दूसरी ओर बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली से बड़े चेहरा हैं। 

पटेल नगर और क्सतूरबा नगर से सबसे कम उम्मीदवार

पटेल नगर और कस्तूरबा नगर में महज 5 उम्मीदवार हैं। EC के अनुसार, इसके बाद तिलक नगर, करोल बाग, गांधी नगर, ग्रेटर कैलाश, मंगोलपुरी, त्रिनगर हैं, जिनमें से प्रत्येक में छह उम्मीदवार हैं।

 

ग्रेटर कैलाश सीट के प्रमुख दावेदारों में आप के सौरभ भारद्वाज, बीजेपी की शिखा राय और कांग्रेस के गर्वित सिंघवी शामिल हैं। कस्तूरबा नगर सीट के प्रमुख दावेदारों में आप के रमेश पहलवान, बीजेपी के नीरज बसोया और कांग्रेस के अभिषेक दत्त शामिल हैं।

 

वोटिंग डे नजदीक..

वोटिंग डे नजदीक आने के साथ ही दिल्ली की राजनीति गरमाती जा रही है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने सबसे ज्यादा आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'आम आदमी पार्टी कहती थी कि वो अपनी विधानसभा में अपराधियों को नहीं चाहते हैं क्योंकि अपराधी महत्वपूर्ण और सख्त कानून पारित नहीं कर पाएंगे लेकिन जब उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई, तो पाया गया कि आम आदमी पार्टी में सबसे ज्यादा लगभग 60% आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोग हैं, उसके बाद कांग्रेस है। इसका मतलब है कि आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर यू-टर्न ले लिया है।'

कांग्रेस या भाजपा में से कौन AAP को देगा चुनौती?

जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है। इसके विपरीत, आप ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में कुल 70 सीटों में से 67 और 62 सीटें जीतकर अपना दबदबा बनाया, जबकि भाजपा को केवल तीन और आठ सीटें मिलीं।