दिल्ली में विधानसभा चुनावों में नामांकन अभी तक नहीं हुआ है लेकिन जमकर कैश, शराब और ड्रग का खेल चल रहा है। दिल्ली के चीफ इलेक्शन ऑफिसर (CEO) ने जिलेवार जो आंकड़े जारी किए हैं, वे हैरान करने वाले हैं।

आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू होने के एक सप्ताह के अंदर की गई छापेमारी में कई चीजें ऐसी चीजें बरामद हुई हैं, जिन्हें चुनाव आयोग संदिग्ध मानता है। एक सप्ताह के भीतर ही 21 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, शराब और दूसरी सामान चुनाव आयोग ने जब्त किए हैं।

चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद ही 7 जनवरी से दिल्ली में आचार संहिता लागू है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग है। नामांकन की शुरुआत नहीं हुई, इससे पहले ही चुनावी मौसम में कैश और शराब का खेल शुरू हो गया।

चुनाव आयोग, आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के आचरण पर नजर रखता है। चुनाव आयोग यह तय करता है कि चुनाव में प्रलोभन और कैश देकर वोट हासिल न किए जाएं। चुनाव आयोग की नजर बैठक, जुलूस, अवैध प्रलोभनों पर होती है।

छापेमारी में क्या-क्या मिला है?
चुनाव में पैसे देकर, सामान बांटकर, शराब बांटकर वोट लेने की खबरें सामने आती हैं। यह चुनाव की तारीखों के आसपास होता है लेकिन दिल्ली में बहुत पहले से ही यह शुरू हो गया है।

चीफ इलेक्शन ऑफिसर (CEO) के कार्यालय के आंकड़ों बता रहे हैं कि सबसे ज्यादा जब्ती पूर्वी दिल्ली में हुई है। पूर्वी दिल्ली से करीब 6.83 करोड़ रुपये की कीमत वाले सामानों जब्ती हुई है।

दिल्ली में कुल 21.89 करोड़ रुपये के मूल्य की वस्तुएं जब्त की गई हैं। अलग-अलग छापेमारी में 9.8 करोड़ रुपये कैश, 6.1 करोड़ रुपये के गहने और कीमती धातुएं, 5.05 करोड़ रुपये का ड्रग, 47 लाख रुपये से अधिक के मुफ्त सामान और 45 लाख रुपये से अधिक की शराब जब्त की गई है। 

चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़े।



जब्त की गई चीजों का होगा क्या?
चुनाव आयोग की ओर से जिन चीजों को जब्त किया जाता है, अगर उनके वैध दस्तावेज होते हैं और अदालत संपत्ति वापस कर देती है। जिनके दस्तावेज नहीं होते हैं, उन्हें जब्त कर लिया जाता है। चुनाव के दौरान गाड़ियों को भी जब्त किया जाता है, जिनका अवैध तरीके से इस्तेमाल होता है। 

चुनाव खत्म होने के बाद वेरिफिकेशन और कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें उनके मालिकों को वापस कर दिया जाता है। अवैध शराब, फर्जी वोटर आईडी कार्ड को नष्ट कर दिया जाता है। अवैध कैश सरकारी खजाने में जमा हो जाता है। जब्त की गई दूसरी संपत्तियों को चुनाव आयोग संबंधित विभागों को सौंप देता है, जिससे इनका इस्तेमाल सार्वजनिक हितों में हो सके।

दिल्ली में चुनाव की तैयारियां क्या हैं?
दिल्ली की CEO एलिस वाज ने दिन कहा है कि चुनाव की तैयारियां जारी हैं। मतदान अधिकारियों की ट्रेनिंग चल रही है। नामांकन, परमिशन और एनफोर्समेंट टीम लगातार काम कर रही है। सही वोटिंग कराने के लिए हर कोशिश की जा रही है। जिन मतदान केंद्रों पर कम वोटिंग होती है, वहां ज्यादा वोटिंग बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।