महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के वोटों की गिनती जारी है. अभी तक के रुझानों के मुताबिक महाराष्ट्र में महायुति और झारखंड में इंडिया गठबंधन बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए दिख रहे हैं।
ऐसे में हम आपको बताते हैं कि चुनाव के पहले कौन से नेता अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहे.
नितेश राणे
बीजेपी विधायक नितेश राणे ने महाराष्ट्र के सांगली में बयान दिया था कि 24 घंटे के लिए पुलिस को छुट्टी पर भेज दो, हिंदू अपनी ताकत दिखा देंगे। इसके अलावा रामगिरी महाराज के विवाद पर उन्होंने कहा था- हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों में आकर चुन-चुन कर मारेंगे. नितेश राणे फिलहाल कांकावली विधानसभा क्षेत्र से आगे चल रहे हैं।
अबू आजमी
एक रैली के दौरान महाराष्ट्र के सपा अध्यक्ष ने कहा- जिस दिन (महाराष्ट्र में) सपा के 6-8 विधायक हो जाएंगे तो ऐसा कोई नहीं जिसने अपनी मां का दूध पिया हो वह मुसलमानों से ज्यादती कर सके। अबू आज़मी मानखुर्द शिवाजी नगर से इस वक्त आगे चल रहे हैं।
हिमंता बिस्व सरमा
झारखंड चुनाव के दौरान चुनाव के सह-प्रभारी हिमंत विस्व सरमा ने कहा था कि, 'यह हुसैन कौन है। यह हुसैन कहां से आया। जिसके नाम पर इलाके का नाम हुसैनाबाद का रखा गया है। वह उसका नाम बदल देंगे। राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर हुसैनाबाद जिला बनेगा, लेकिन उसका नाम हुसैनाबाद नहीं होगा। किसी महापुरुष के नाम पर जिला बनेगा।' हिमंत विस्व सरमा असम के सीएम हैं, वह झारखंड चुनाव के सह-प्रभारी थे।
इरफान अंसारी
झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने बीजेपी नेता सीता सोरेन को 'रिजेक्टेड और बाहर का माल' बोला था। इरफान अंसारी जामताड़ा सीट से झामुमो के उम्मीदवार हैं और सीता सोरेन से इनका मुकाबला था। झारखंड की जामताड़ा सीट पर इरफान अंसारी आगे चल रहे हैं।
जलेश्वर महतो
वहीं झारखंड में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने एक विवादित बयान में ब्राह्मणों को कसाई खाना का संचालक बताया था। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मण कसाईखाना चलाते हैं। उन्होंने दावा किया था कि बड़ी-बड़ी ऑटोमेटिक कसाईखाना ब्राह्मणों का है।