'दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 'फायर ब्रांड' नेता जितना बोलेंगे, उतना फंसेंगे। योगी आदित्यनाथ हों या अमित शाह, जब भी दिल्ली के कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और बांग्लादेशी घुसपैठियों  का मुद्दा ये नेता उठाएंगे, खुद घिरेंगे।'

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों की चुनावी रैलियों पर आम आदमी पार्टी ने ये बातें कही हैं। जब AAP प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा से खबरगांव ने सवाल पूछा कि ये दावे आप कैसे कर सकते हैं तो उन्होंने जो जवाब दिया, वह दिलचस्प है।

सर्वेश मिश्रा ने कहा, 'दिल्ली में अधिकार केंद्र शासित प्रदेश की सरकार और केंद्र सरकार के अलग-अलग बंटे हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। हम भी तो यही सवाल उठा रहे हैं। दिल्ली में पुलिस तो गृह मंत्रालय की है। उनसे दिल्ली की कानून व्यवस्था संभल ही नहीं रही है। अब तो योगी ने भी इस पर मुहर लगा दी।'

कैसे 'सेल्फ गोल' में उलझी BJP?

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार पर घुसपैठियों को आश्रय देने के आरोप लगते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक अवैध घुसपैठ का मुद्दा उठा चुके हैं। योगी आदित्यनाथ ने किराड़ी की एक एक जनसभा में कहा था, 'बांग्लादेशी घुसपैठियों को आधार कार्ड बांटे जाते हैं, जामिया मिलिया और आसपास के इलाकों में AAP विधायकों और पार्षदों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया। आम आदमी पार्टी की सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद से वर्ष 2020 में दंगा करवाने का काम किया था।'

जब योगी आदित्यनाथ के आरोपों पर AAP प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा से सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'बांग्लादेशी बताकर ये यूपी-बिहार और पूर्वांचल के लोगों का अपमान कर रहे हैं। जब गृह मंत्रालय इनका है, पुलिस इनकी है, एजेंसियां इनकी हैं तो ये घुसपैठियों को बाहर क्यों नहीं कर रहे हैं। हम पर क्यों आरोप लगा रहे हैं। हमारे पास तो ये ताकतें हैं भी नहीं। हम तो खुद इनके सामने मुद्दे उठाते हैं। अपने एजेंडे में ये लोग मासूम लोगों को परेशान कर रहे हैं।'

AAP पर हमला बोल BJP क्यों घिरी?

 सीएम योगी ने दिल्ली के करोलबाग विधानसभा में एक चुनावी रैली की। उस रैली में उन्होंने गुरुवार को कहा, 'आम आदमी पार्टी बीते 10 साल से दिल्ली की जनता के साथ धूर्ततापूर्ण व्यवहार कर रही है। इस सरकार ने, अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी ने अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दिया। सरकार ने जन लोकपाल को रोका, सिटीजन चार्टर लागू नहीं की। केजरीवाल एंड कंपनी ने दिल्ली के अंदर अराजकता को बढ़ावा देने का काम किया है।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी सवाल के जवाब में कहा, 'आज योगी जी ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। मैं उनसे सहमत हूं कि दिल्ली में कानून व्यवस्था बहुत खराब है, कानून व्यवस्था अमित शाह के अधीन है। दिल्ली पर 11 गैंगस्टर्स का कब्जा है। उन्हें अमित शाह को गाइड करना चाहिए कि कैसे कानून व्यवस्था को ठीक करना है।'


BJP को BJP के ही गेम प्लान में कैसे उलझा रही AAP?

'दिल्ली की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है। बीजेपी के नेता हम पर हमला कर रहे हैं लेकिन वे शायद भूल रहे हैं कि दिल्ली सरकार के पास पुलिस नहीं है। सरकार के पास एंटी करप्शन ब्यूरो नहीं है। हमारी शक्तियां सीमित हैं, हम इन्हीं सीमित शक्तियों के जरिए मुद्दों को उठाकर केंद्र सरकार पर दबाव बना रहे हैं। अगर हमें लॉ एंड ऑर्डर संभालने की जिम्मेदारी मिल जाए तब ऐसा हो तो हम गलती माने।' - सर्वेश मिश्रा, AAP प्रवक्ता

अरविंद केजरीवाल खुद भी ऐसा ही मानते हैं। वह अक्सर दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हैं। वह NCRB के आंकड़ों का हवला देकर दिल्ली में बढ़ते अपराधों पर बात करते हैं। अरविंद केजरीवाल के पास तर्क यह होता है कि जब दिल्ली पुलिस, गृह मंत्रालय के आधीन है तो हम कैसे कानून व्यवस्था संभाल सकते हैं। अब सीएम योगी के बयान के बाद उन्होंने नया सियासी दांव चल दिया है। उन्होंने कहा है कि सीएम योगी, अमित शाह को गाइड कर दें कि कैसे कानून व्यवस्था संभालना चाहिए।'