झारखंड, 79714 वर्ग किलोमीटर में फैला देश के सबसे सुंदर प्रदेशों में एक। यह देश का प्राकृतिक रूप से बेहद संपन्न राज्य है। 15 नवंबर 2000 को यह राज्य, बिहार से अलग होकर देश का नया राज्य बना था। देश के कुल खनिज का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा, अकेले झारखंड में है। झारखंड की कोयला खदानों से देशभर में कोयला भेजा जाता है।
झारखंड की खानें, अभ्रक, कायनाइट और तांबे के उत्पादन के लिए भी मशहूर हैं। लौह अयस्कों और बॉक्साइट की खानें भी यहां हैं। झारखंड चारों तरफ से जंगलों से घिरा हुआ है। यहां दुर्लभ वनस्पतियां और वन्य जीव पाए जाते हैं। झारखंड दामोदर, ब्राह्मणी, खरकई और सुवर्णरेखा जैसी नदियों के लिए भी बेहद मशहूर है। झारखंड में मैदानी इलाके हैं, पठार हैं और पहाड़ी इलाके भी हैं। कई मशहूर पहाड़ियां हैं। जैव विविधता से भरे इस राज्य का राजनीतिक ढांचा कैसा है, आइए जानते हैं।
कैसा है झारखंड का राजनीतिक ताना-बाना?
झारखंड राज्य में कुल 24 जिले हैं। बोकारो, चतरा, देवघर, धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, जामताड़ा, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुर, पलामू, रामगढ़, रांची, साहिबगंज, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम। राजनीतिक नक्शे में आसान बंटवारे और सरकारी कामकाज की देखरेख के लिए झारखंड जिले में 5 प्रमंडल हैं।
पलामू प्रमंडल, उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल जिसे हजारीबाग के तौर पर भी जाना जाता है, दक्षिण छोटानगरपुर, कोल्हान प्रमंडल और संथाल परगना प्रमंडल। पलामू प्रमंडल का मुख्यालय पलामू में ही है। उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का मुख्यालय हजारीबाग, कोल्हान प्रमंडल का मुख्यालय चाईबासा, दक्षिण छोटानागपुर का मुख्यालय रांची और पलामू प्रमंडल का मुख्यलय मेदिनीनगर है।
किस प्रमंडल में हैं कितनी विधानसभा सीटें?
संथाल परगना में 6 जिले हैं। साहेबगंज, पाकुर, दुमका, जमताड़ा,देवघर और गोड्डा। इस प्रखंड में कुल 18 विधानसभा सीटें आती हैं। साहेबगंज जिले में राजमहल, बोइरो, बरहैट जिला आता है। पाकुर जिले में 3 विधानसभा सीटे हैं, लितिपारा, पाकुर और महेशपुर।दुमका जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं, सिकारीपारा, दुमका, जामा, जरमुंडी। जमताड़ा जिले में दो विधानसभा सीटें हैं, नाला और जमताड़ा। देवघर जिले में 3 विधानसभा सीटे हैं, मधुपुर, सारठ और देवघर। गोड्डा जिले में भी 3 विधानसभा सीटें हैं, पौड़ेयाहाट, गोड्डा और महागामा विधानसभा।
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में 7 जिले आते हैं। कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, छतरा, गिरिडीह, बोकारो और धनबाद। कोडरमा जिले में कोडरमा विधानसभा, बरकाठा, बरही विधानसभा आती है। हजारीबाग, रामगढ़, छतरा, गिरिडीह, बोकारो जिले के अंतर्गत बड़कागांव, रामगढ़, सिमरिया, छतरा, धनवार, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेड़मो, बोकारो, चंदनकियारी विधानसभा आती है।
उत्तरी छोटानागपुर प्रखंड में धनबाद, पूर्वी सिंघभूम, सरायकेला-खरसावन और पश्चिमी सिंघभूम जिला आता है। धनबाद जिले में सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी और बाघमारा विधानसभा आती है। पूर्वी सिंगभूम जिले में बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा सीट आती है। रांची जिले में 7 विधानसभा सीटें हैं। तमाड़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया, कांके, मांडर विधानसभा। खूंटी जिले में दो विधानसभा सीटें हैं, तोरपा और खूंटी।
गुमला जिले में 3 विधानसभा सीटें हैं, सिसई, गुमला, बिशुनपुर। सिमगेडा जिले में सिमडेगा, कोलेबिरा और तोरपा विधानसभा आती है।लोहरदगा में विशुनपुर और लोहरदगा विधानसभा सीटें आती हैं। लातेहार में लातेहार विधानसभा और मनिका विधानसभा आती है। पलामू जिले में पांकी, मेदिनीनगर, बिश्रामपुर, छतरपुर और हुसैनाबाद विधानसभाएं आती हैं। गढ़वा जिले में 2 विधानसभा सीटें हैं, गढ़वा और भवनाथपुर विधानसभा।
कौन सी सीटें आरक्षित हैं
झारखंड की कुल 81 विधानसभा सीटों में से 37 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। 28 सीटें अनुसूचित जनजाति और 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा, घटशिला, पोटका, सरायकेला, चाईबासा, मझगांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां,तमाड़, तोरपा, खूंटी, खिजरी,मांडर, सिसई, गुमला, बिशुनपुर, सिमडेगा, कोलेबिरा, लोहरदगा और मनिका हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें देवघर, सिमरिया, चतरा,जमुआ, चंदनकियारी, जुगलसाई, कांके, लातेहार और छतरपुर हैं।
ये है लोकसभा में झारखंड की सीटों का आंकड़ा
झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीटें हैं। कोडरमा, खूंटी, गिरिडीह, गोड्डा, चतरा, जमशेदपुर, दुमका, धनबाद, पलामू, रांची, राजमहल, लोहरदगा, सिंहभूम और हजारीबाग। झारखंड में 5 सीटें अनुसूचित जनजाति और 1 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।