झारखंड, विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए पूरी तरह से तैयार है। चुनावी समर में खूब सियासी जुमले छोड़े गए। किसी को आदिवासियों का उत्पीड़न दिखा, किसी ने जिहाद की नब्ज टटोली। कुछ लोगों ने प्रचार किया कि झारखंड में केंद्रीय एजेंसियां, आम लोगों को परेशान कर रही हैं, सरकार को काम करने नहीं दे रही हैं। कुछ लोगों ने कहा कि भोले-भाले मासूम आदिवासियों की जमीनें हड़पने के लिए घुसपैठियों को सरकारी संरक्षण दिया जा रहा है, आदिवासी समाज की बेटियों को लव जिहाद के जाल में फंसाकर, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। तुष्टीकरण, राष्ट्रवाद, आदिवासी संरक्षण, घुसपैठ, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के बीच, जनता 13 नवंबर सुबह 7 बजे से तय करने लग जाएगी कि इस जंग में कौन, उनके हक की बात कर रहा था, किसे वे नेपथ्य में भेजने की तैयारी कर रहे हैं।  झारखंड के दिलचस्प होते चुनाव में आपके काम की बात क्या है, क्या आपको जानना चाहिए, आपके काम की खबर क्या है, कौन उम्मीदवार दागी है, कौन उम्मीदवार बागी है, कितने पोलिंग बूथ हैं, क्या सरकारी इंतजाम हैं, दिव्यांगों के लिए क्या इंतजाम हैं, इन सबकी खबर हम लेकर आए हैं. पढ़ें झारखंड चुनाव से जुड़ी हर बात, जिसे जानना, आपका हक है।

कब से और कितने सीटों पर वोटिंग?

झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 43 पर बुधवार सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। वे विधानसभा सीटें, जिन्हें संवेदनशील सूची में रखा गया है, उन पर शाम 4 बजे तक वोटिंग खत्म हो जाएगी। पहले चरण की वोटिंग में 20 अनूसचित जनजाति (ST) और 6 अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीटें हैं। पहले चरण के निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 334 है। झारखँड में कुल 87 प्रत्याशी ऐसे हैं, जो राष्ट्रीय पार्टियों के हैं, वहीं 32 मान्यता प्राप्त दलों से हैं। 

किन सीटों पर 4 बजे तक पड़ेंगे वोट?
मनोहरपुर, जगरनाथपुर, चक्रधरपुर, तमाड़, गुमला, लोहरदगा और चाईबासा के करीब 46 बूथों पर 4 बजे तक ही वोट पड़ेंगे। कुछ बूथ दुर्गम इलाकों में हैं, वहीं कुछ जगह वोटिंग की नजर से संवेदनशील हैं। 43 सीटों पर 683 लोग चुनाव लड़ रहे हैं। 609 पुरुष और 73 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण के मतदान के लिए 15344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। ग्रामीण इलाकों में 12716 बूथ हैं, वहीं 2628 बूथ शहरी इलाके में हैं। पहले चरण में 50 बूथ खास श्रेणी में रखे गए हैं। 



वोटर और पोलिंग बूथ से जुड़ा गणित भी समझिए 
झारखंड में कुल 2.6 करोड़ वोटर हैं। 1.39 करोड़ पुरुष मतदाता और 1.29 करोड़ महिला वोटर यह तय करेंगे कि इस बार किसकी सरकार बनेगी। इन मतदाताओं के लिए 29,563 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

चुनाव के लिए कैसे पहुंचे अधिकारी?
चुनाव आयोग ने करीब 12000 गाड़ियों पर जीपीएस लगाया है, जिससे उनके रूट पर नजर रखी जा सके। 18000 गाड़ियों का इंतजाम भी आयोग ने किया है। सभी एक तय रूट से ही होकर गुजरेंगी। उन्हें इन्हीं गाड़ियों से तय समय पर ही मतदान केंद्रों पर पहुंचा दिया जाएगा।

महिला के लिए क्या है खबर?
चुनाव आयोग के मुताबिक 1152 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जिनकी पूरी जिम्मेदारी महिला अधिकारियों के हाथों में रहेगी। 23 बूथ पर युवा और 24 बूथ की जिम्मेदारी दिव्यांग मतदान कर्मियों के हवाले है।  चुनावी समर में कुल 73 महिलाएं उतरी हैं, जिनमें 34 निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में है। वे हटिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं, उनका नाम नगमा रानी है। 

झारखंड की किन दिग्गजों की दांव पर लगी है साख?
झारखंड का विधानसभा इस बार बेहद दिलचस्प है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से लेकर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी तक चुनावी मैदान में हैं। इस चुनाव की सबसे हाई प्रोफाइल सीटें सरायकेला, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, जगन्नाथपुर और जमशेदपुर पूर्व शामिल हैं।  महत्वपूर्ण मुकाबलों में, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार चंपई सोरेन सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं। आदिवासी मतदाताओं के बीच अपने मजबूत प्रभाव के लिए जाने जाने वाले सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से असंतोष व्यक्त करने के बाद इस साल की शुरुआत में भाजपा का दामन थाम लिया था।

रांची में, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अपने मौजूदा राज्यसभा सांसद महुआ माजी को मैदान में उतारा है। इस बीच, कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम में जनता दल (यूनाइटेड) के नेता सरयू रॉय के खिलाफ कड़ी टक्कर में हैं, जिन्होंने 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को हराया था।  जमशेदपुर पूर्व में कांग्रेस उम्मीदवार अजय कुमार और भाजपा की पूर्णिमा दास साहू के बीच आमना-सामना होगा। जगन्नाथपुर में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और भाजपा की गीता कोड़ा कांग्रेस नेता सोना राम सिंकू को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

इन परिवारों की दांव पर लगी है साख
- पोटका विधानसभा से अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा
- ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास जमशेदपुर पुर्वी से
- पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के बेटे बाबू लाल सोरेन घाटशिला से
- सांसद जोबा मांझी के बेटे जगत मांझी मनोहरपुर से


किन सीटों पर है झारखंड में 13 नवंबर को वोटिंग?
झारखंड की इन विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को पहले चरण के तहत वोटिंग है। कोडरमा, बरकट्ठा, बरही, बड़कागांव, हजारीबाग, सिमरिया (एससी), चतरा (एससी), बहरगोड़ा, घाटशिला (एसटी), पोटका (एसटी), जुगसलाई (एससी), जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, ईचागढ़, सरायकेला (एसटी), चाईबासा (एसटी), मझगांव (एसटी), जगन्नाथपुर (एसटी), मनोहरपुर (एसटी), चक्रधरपुर (एसटी), खरसावां (एसटी), तमाड़ (एसटी), तोरपा (एसटी), खूंटी (एसटी), रांची, हटिया, कांके (एससी) और मांडर (एसटी) विधानसभा सीट। सिसई (एसटी), गुमला (एसटी), बिशुनपुर (एसटी), सिमडेगा (एसटी), कोलेबिरा (एसटी), लोहरदगा (एसटी), मनिका (एसटी), लातेहार (एससी), पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर (एससी), हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर विधानसभा में भी 13 नवंबर को वोटिंग है। 

झारखंड में कैसा था साल 2019 का चुनाव?
झारखंड साल 2019 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी 33.37 फीसदी वोट पाई थी लेकिन सरकार बनाने के लिए बहुमत से दूर थी। वजह कांग्रेस का 13.88 फीसदी वोट और झारखंड मुक्ति मोर्चा का 18.72 प्रतिशत वोट था। गठबंधन के अन्य दलों को मिलाकर, एनडीए से ज्यादा वोट शेयर हो गया था। जेपीएम को 5.45 फीसदी वोट, राजद को 2.75 प्रतिशत, जदयू को 0.73 प्रतिशत, बसपा को 1.53 प्रतिशत, सीपीआईएम के पास 0.32 प्रतिशत, आजसू को 8.10 फीसदी और सीपीआई को 0.46 प्रतिशत वोट मिले थे।  झारखंड में कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को 47 सीटें मिली थीं। बीजेपी और एनडीए गठबंधन के पास 25 सीटें थीं। जेएमएम के 30 विधायक चुने गए थे, कांग्रेस के 16 और 10 अन्य दलों के। झारखंड में 44 सीटें सामान्य, 28 सीटें अनसूचित जनजाति और 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। 

बहुमत का आंकड़ा क्या है?
सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है। 
 
झारखंड में पहले चरण के दौरान 2019 में कितने पड़े थे वोट?
झारखंड में साल 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान कुल 13 सीटों पर वोटिंग हुई थी और 64.72 फीसदी वोट पड़े थे। तब झारखंड में 5 चरणों के तहत वोट पड़े थे। पलामू जिले में कुछ जगह हिंसक झड़पे हुई थीं। बिशुनपुर में नक्सलियों ने एक पुल ही उड़ा दिया था। कोसियारा में बीजेपी-कांग्रेस के कार्यकर्ता भिड़ गए थे। पहले चरण के चुनाव में 3783055 वोटरों थे, जिनमें से 64.72 प्रतिशत लोगों ने ही वोट किया था। 

झारखंड में कौन-कौन से उम्मीदवार हैं धनकुबेर?
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने उम्मीदवारों के हलफनामे को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है। पहले चरण के चुनाव में 682 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी औसत संपत्ति 2.16 करोड़ है। 235 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें करोड़पति कहा जा सकता है। बीजेपी के 36 प्रत्याशियों में से 30 करोड़पति हैं। जेएमएम के 18, कांग्रेस से 16, बसपा के 7, आरजेडी के 4, जेडूयी के 2 प्रत्याशी करोड़पति हैं। सबसे अमीर उम्मीदवार कंदोमणि भूमिज हैं, जिनके पास 80 करोड़ रुपये की संपत्ति है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के कृष्णानंद त्रिपाठी हैं, जिनकी संपत्ति 70.91 करोड़ रुपये है। आयुष रंजन तीसरे सबसे अमीर हैं, जिनके पास 70.55 करोड़ रुपये हैं। 

सबसे गरीब उम्मीदवार कौन हैं?
सुशील टोप्पो, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के उम्मीदवार हैं, उनके पास महज 7,000 रुपये की संपत्ति है। बसंत कुमार डुंगडुंग दूसरे सबसे गरीब उम्मीदवार हैं, जिनके पास सिर्फ 10000 रुपये हैं। रोशन सुंदी के पास महज 15,000 रुपये हैं। 


आपराधिक उम्मीदवारों कितने हैं?
 ADR ने अपनी चुनावी रिपोर्ट में बताया है कि 682 उम्मीदवारों में से 174 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 127 ऐसे हैं, जिन पर हत्या और किडनैपिंग के गंभीर केस दर्ज हैं, 4 प्रत्याशियों पर हत्या के मामले दर्ज हैं, वहीं 40 पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं। 


किस पार्टी के कितने दागी उम्मीदवार?
बीजेपी के 20 उम्मीदवार दागी हैं, कांग्रेस के 11 उम्मीदवार दागी हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के 11 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। बसपा के 8, आरेजडी के 3, जेडीयू 2 उम्मीदवार दागी हैं। 



दूसरे चरण के तहत किन सीटों पर होगी वोटिंग?
दूसरे चरण के तहत 20 नवंबर को 38 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन सीटों में राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकराीपाड़ा, नाला, जामताड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, मधुपुर, सारठ, देवघर, पौड़ैयाहाट, गोड्डा, महगामा, रामगढ़, मांडू, धनवार, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेरमो, बोकारो, चंदनकरायी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी, बाघमारा, सिल्ली और खिजरी। 

चुनाव की जरूरी तारीखें क्या हैं?
13 नवंबर को पहले चरण की 43 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 20 नवंबर को दूसरे चरण की 38 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। झारखंड के मौजूदा विधानसभा कार्यकाल 5 जनवरी 2025 तक था।